अम्बेडकरनगर (रिपोर्ट: गोपाल सोनकर जलालपुर) जलालपुर कस्बे में राजस्व विभाग के मिली भगत से अनाधिकृत रूप से खतौनी में रकबा बढ़ाने मामला प्रकाश में आया है। जैसे जैसे मामला प्रकाश में आ रहा है वैसे वैसे कास्तकार अपने खतौनी लेकर आशंकित हो रहे है जिसमें लेखपाल के भूमिका पर सवाल खड़ा हो रहा है।
ऐसा ही एक मामला जलालपुर कस्बा स्थित उसमापुर टाउन की नान जेडए की जमीन का है। प्राप्त दस्तावेज के अनुसार फसली वर्ष 1424 में 6 फरवरी 21 को हल्का लेखपाल द्वारा जारी खसरा खतौनी में गाटा संख्या 543 और 547 रकबा बराबर बराबर 0.013 हेक्टेयर लिखा गया है जो मोहम्मद कासिम पुत्र सरदार हुसैन के नाम है। इस के पूर्व फसली सन 1423 में यह रकबा 0.013 हेक्टेयर ही दर्शाया गया है । किन्तु फसली वर्ष 1425 में इन्ही दोनों गाटा संख्या 543 और 547 का रकबा बढ़ा कर 0.013 के स्थान पर 0.025 हेक्टेयर कर दिया गया। जिस की नकल हल्का लेखपाल ने 4 दिसंबर 22 को जारी किया है।अब सवाल यह है कि महज एक वर्ष में इस गाटा संख्या का रकबा दुगना किस आधार पर किया गया। जिसको लेकर लोगो में तरह तरह को चर्चाएं शुरू हो गई है। इस संबंध में तहसीलदार संतोष कुमार ने बताया कि प्रकरण की जानकारी नहीं है शिकायत मिली तो जांच कराकर विधिक कार्यवाही की जायेगी।