अम्बेडकरनगर: नाबालिग बालिका से छेड़छाड़ की शिकयत के मामले में विपक्षी से मोटी रकम लेकर सुलह कराने वाली पुलिस ने घूस लेने की वीडियों वायरल होने के बाद आननफानन में मुकदमा दर्ज कर एक युवक को जिला जेल भेज दिया हालांकि सिपाही को भी निलंबित कर दिया गया है।
बताते चलेंकि हंसवर थाना पर तैनात सिपाही शशिकांत यादव द्वारा अवैध धन लेकर गिनने की वीडियों वायरल होने के बाद पुलिस कप्तान ने तत्काल प्रभाव से सिपाही शशिकांत को निलंबित कर दिया लेकिन वीडियों वायरल होने से नाराज़ हंसवर पुलिस ने देर रात्रि में नाबालिग बालिका के परिजनों से तहरीर लेकर संगीन धाराओं ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी आकाश राजभर पुत्र श्यामलाल राजभर को गिरफ्तार कर जिला जेल भेज दिया।
आकाश राजभर की मां कुसुम लता ने हंसवर पुलिस पर आरोप लगाया था कि गत दिनों विपक्षी द्वारा उनके परिजनों को हैरान व परेशान करने के उद्देश्य से फ़र्ज़ी तहरीर दी गई थी जिसमें हंसवर पुलिस ने उनके पुत्र को हिरासत में ले लिया था और दो बार मे 40 हजार रुपया लेकर गत 03 नवम्बर को विपक्षी से लिखित सुलह समझौता कराया था। हंसवर में तैनात सिपाही शशिकांत यादव को अवैध धन देते समय वीडियों बनाई गई थी जिसमें सिपाही पैसा गिनता नज़र आ रहा है। कुसुम लता का आरोप है कि उक्त वीडियों शनिवार को वायरल होने के बाद उनका बयान भी वायरल हुआ जिसके बाद हंसवर पुलिस द्वारा आननफानन में उनके पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया।
हंसवर थानाध्यक्ष सुनील पांडेय ने बताया कि मुकदमा संख्या 244/24 पर धारा 75, 76, 352, 351(3) बीएनएस व 7/8 पॉक्सो एक्ट दर्ज कर वाँछित अभियुक्त आकाश राजभर पुत्र श्यामलाल राजभर को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया जहां से उसे जिला जेल भेज दिया गया है।
बहरहाल सिपाही की घूस लेने की वीडियों वायरल करना पीड़ित परिवार को ही भारी पड़ा। जिस मामले में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद एक सप्ताह पूर्व लिखित सुलह समझौता हो चुका था उसी मामले में वीडियों वायरल होने के बाद आननफानन में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित युवक को जेल भेज दिया गया हालांकि उक्त मामले में संलिप्त सिपाही को भी रात्रि में ही निलंबित कर दिया गया था।