अम्बेडकरनगर: टीका लगने से दुधमुही बच्ची को मौत हो गई। बच्ची के मौत से जहां परीजनों में कोहराम मच गया वहीं स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप का माहौल रहा। मृतक बच्ची के पिता द्वारा कटका थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
मामला सामूदायिक स्वास्थ केंद्र भियांव की है। बीते बुद्धवार खानपुर हुसैनाबाद ग्राम पंचायत के मजरे खपुरा गांव निवासी चंदन की पत्नी कंचन अपनी दुधमुही बच्ची सुनैना को गांव स्थित पंचायत भवन पर टीका लगवाने गई थी। ए एन एम और आशा द्वारा टीका लगवाने के बाद घर ले आई। घर पहुंचन के एक घंटे बाद बच्ची की हालत खराब हो गई। मां उसे एएनएम और आशा द्वारा दी गई दवा पिलाने लगी किंतु बच्ची ने मुंह नही खोला। परिजन उसे साढ़े तीन बजे शाम को सीएचसी भियांव ले गए जहां कार्यरत चिकित्सक ने मौत की बात नहीं बता किसी निजी अस्पताल अथवा जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई।परिजन बच्ची को निजी अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।मौत की खबर मिलते ही जहां घर में कोहराम मच गया वही टीका लगाने से हुई बच्ची की मौत पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। बच्ची का शव रात में रख परिजन रोते बिलखते रहे। 09 मई की सुबह डीआईओ मार्कण्डेय और डिप्टी सीएमओ डा रामानंद सिद्धार्थ गांव पहुंचे और स्वाभाविक मौत की बात कह उसे दफना दिया।बीते 11 मई को बच्ची के पिता चंदन ने कटका थाना पहुंच ए एन एम और आशा के विरुद्ध एक्सपायर्ड टीका लगाने से हुई बच्ची की मौत की तहरीर दिया। थानाध्यक्ष यादवेन्द्र सोनकर ने बताया कि सीएमओ को टीकाकरण से संबंधित रिपोर्ट मांगी गई है इसके बाद कार्यवाही की जायेगी।
जानकारी के अनुसार उस समय कुल पांच बच्चों की तबीयत खराब हुई थी। जिसमे एक बच्ची को मौत हो गई एक बच्ची की हालात इतनी गंभीर हो गई की तीन दिन जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था। तीन बच्चों को एकड़गा अस्पताल में भर्ती कराया गया था जो इस समय स्वस्थ है।
इस संबंध में भियांव अधीक्षक डॉक्टर उमेश चौहान ने बताया की बुधवार को गांव में कुल 18 बच्चो को टीका लगाया गया था। कुल 8 नवजात को पेंटा, एफआईटीवी और बीसीजी का टीका लगाया गया था। बच्ची की मौत कैसे हुई थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से क्लियर हो जाती। शेष बच्चो को यही टीका लगाया गया था वे स्वस्थ है। एक्सपायर्ड टीका लगान का आरोप गलत है।