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स्वतंत्र पत्रकार की आवाज़ पर जागा प्रशासन, खेल मैदान में बन रहा था रामलीला मंच

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अम्बेडकरनगर: राजस्व ग्राम कादीपुर में सरकारी खेल मैदान की भूमि (गाटा संख्या 1178) पर चल रहे अवैध निर्माण को लेकर महीनों से उठ रही आवाज़ आखिरकार रंग लाई। स्वतंत्र पत्रकार सुयश कुमार मिश्रा की लगातार लेखनी और शिकायतों के बाद प्रशासन हरकत में आया और अपर जिलाधिकारी सदानंद गुप्ता के निर्देश पर बुधवार को उप जिलाधिकारी जलालपुर ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर अवैध रूप से बन रहे रामलीला मंच को हटवाने की कार्रवाई किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम सभा की गाटा संख्या 516 पहले से ही रामलीला मैदान के रूप में दर्ज है, लेकिन समिति के कुछ लोगों ने उसे छोड़कर खेल मैदान की भूमि पर मंच निर्माण शुरू कर दिया था। खेल प्रेमियों और स्थानीय नागरिकों ने जब इसका विरोध किया तो मामले को अनदेखा कर दिया गया।

इसके बाद पत्रकार सुरेश मिश्रा ने शासन-प्रशासन को लिखित शिकायतें भेजकर इस प्रकरण को प्रमुखता से उठाया। लगातार दबाव और मीडिया रिपोर्टों के बाद आज प्रशासन ने आखिरकार कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण हटवाया, जिससे क्षेत्रीय जनता में राहत और संतोष की लहर है, हालांकि सवाल यह भी उतनी ही गंभीरता से उठ रहा है कि क्या प्रशासन केवल तब ही कार्रवाई करेगा जब पत्रकार या आम जनमानस बार-बार शिकायत करें या जब मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा ?
सरकार द्वारा स्पष्ट निर्देश हैं कि राजस्व विभाग, लेखपाल, कानूनगो और तहसील प्रशासन अपने-अपने क्षेत्रों की सरकारी, चारागाह, खेल मैदान, खादघर, और बंजर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराएं। इसके बावजूद जलालपुर क्षेत्र में लगातार सरकारी ज़मीनों पर कब्जे हो रहे हैं और प्रशासनिक अमला मौन है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जलालपुर तहसील में भूमाफियाओं और राजस्व विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से सरकारी जमीनों पर कब्जा जमाने का सिलसिला लगातार जारी है। जागरूक नागरिकों और समाजसेवी संगठनों द्वारा बार-बार की जा रही शिकायतें फाइलों में दबकर रह जाती हैं।
लोगों की मांग है कि केवल एक स्थान विशेष पर ही नहीं, बल्कि पूरे तहसील क्षेत्र की सरकारी भूमि का सर्वे कराकर सभी अतिक्रमणों को हटाया जाए और दोषी कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

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