गुरुगैंग के बचाओ की तरकीब निकालने में माहिर हैं स्वजातीय इब्राहिमपुर थानाध्यक्ष
एक अखबार के छायाकार की आंखों में रंग डाल कर बेरहमी से पिटाई के बाद भी नहीं दर्ज हुआ मुकदमा
अम्बेडकरनगर: इब्राहिमपुर थानाक्षेत्र के इल्तिफ़ातगंज एनटीपीसी क्षेत्रों में गुरुगैंग की दहशत आमजनों में काफी बढ़ गई है, गुरुगैंग आतंक का पर्याय बन चुका है लेकिन स्थानीय पुलिस शिकंजा कसने में विफल ही नहीं बल्कि उल्टे संरक्षण प्रदान कर रही है।
उक्त चर्चाएं क्षेत्र में खूब होने के साथ इब्राहिमपुर थानाध्यक्ष रितेश पांडेय पर गुरुगैंग के सक्रिय स्वजतीय सदस्यों को संरक्षण देने का खुला आरोप लगा रहा है। गुरु गैंग से जुड़े लोग कभी भी किसी की भी पिटाई कर देते हैं और पुलिस में शिकायत करने वालों को अपनी दबंगई पर डरा धमका कर सुलह करने पर मजबूर कर देते हैं। गुरुगैंग के खिलाफ प्रार्थना पत्र पड़ने के बाद इब्राहिमपुर पुलिस गुरुगैंग के बचाओ का रास्ता भी निकाल देती है जिससे बाद में मामला सुलह समझौता से हल करा दिया जाता है।
ताज़ा मामला गत गुरुवार को श्री दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के समय का है जब एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र का छायाकार व जिला प्रेस क्लब के सदस्य अशफाक अहमद खबरों के लिए फ़ोटो वीडियों बना रहा था कि पुरानी रंजिश के कारण गुरुगैंग लीडर अंश पांडेय अपने कई साथियो के साथ छायाकार अशफाक अहमद की आंखों में रंग डाल कर उसकी जमकर पिटाई कर दिया जिसमें छायाकार घायल हो गया। छायाकार का आरोप है कि उक्त घटना की थानाध्यक्ष को मोबाइल पर तत्काल सूचना दी गई लेकिन उनके द्वारा प्रार्थना पत्र मानेगा गया, जिसको पीड़ित ने शुक्रवार को दिया और थानाध्यक्ष द्वारा पीड़ित का मेडिकल भी कराया गया लेकिन प्रथम सूचना रिपोर्ट की प्रतिलिपि नहीं दी गई। आरोप है कि थानाध्यक्ष द्वारा घटना के समय जो व्यक्ति मौजूद नहीं था, उससे पीड़ित के खिलाफ प्रार्थना पत्र ले लिया जिससे सुलह के लिए दबाव बनाया जा सके हालांकि घटना के समय का सीसीटीवी फुटेज देखा जाए तो हकीकत सामने आ जायेगी लेकिन स्थानीय पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा देखना मुनासिब ही नहीं समझा। इब्राहिमपुर पुलिस की उक्त कार्यशीली से ही क्षेत्र में चर्चा है कि गुरुगैंग को स्थानीय पुलिस खुला संरक्षण दे रही है जिससे दहशत का पर्याय बन चुका गुरुगैंग का हौसला काफी बुलन्द है।
बहरहाल छायाकार की पिटाई के आरोपी गुरुगैंग पर स्थानीय पुलिस मेहरबान नज़र आ रही है जिसके कारण घटना के तीन फिन बाद भी मुकदमा की प्रतिलिपि तक नहीं दी गई है बल्कि गुरु गैंग के बचाओ की तैयारी भी कर ली गई है जो क्ष्रेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।



