बस्ती:(तौफीक खान) दो वर्ष पूर्व जनपद को ओडीएफ अर्थात खुले में शौच मुक्त घोषित किया जा चुका है लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयान करती नज़र आ रही है। विकास खंड हरैया के पूरे बेचू में संचालित प्राथमिक विद्यालय में दो तीन वर्ष पहले शौचालय का निर्माण शुरू हुआ लेकिन आज तक पूरा नहीं हो सका जिसके कारण विद्यालय के पंजीकृत 92 छात्रों सहित कहा स्टाफ भी आवश्यकता पड़ने पर मजबूरन खुले में शौच के लिए जाते हैं। प्रधानाचार्य नईमुद्दीन का दावा है कि उन्होंने ग्राम प्रधान से दर्जनों बार मौखिक व लिखित शिकायत भी किया लेकिन प्रधान धन अभाव की बात कर कोई कार्यवाही नहीं करते हैं तथा खण्ड शिक्षा अधिकारी को भी लिखित शिकायत किया लेकिन उन्होंने भी कोई कार्यवाही नहीं किया। मासूम छात्राओं को विद्यालय परिसर के बाहर शौच के लिए मजबूरन जाना पड़ता है जिससे उनकी सुरक्षा और भी बड़ा सवाल उठता है। पत्रकारों द्वारा मामले को उठाए जाने पर एसडीएम हरैया प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा कि जांच कर शीघ्र कार्यवाही की जाएगी।
घाघरा नदी में डूबे दूसरे छात्र का भी मिला शव – कोहराम
अम्बेडकरनगर: घाघरा नदी में नहाते समय डूबे बीटेक छात्र तरुनेश शिवम का भी शव अथक …