अम्बेडकरनगर (रिपोर्ट : आलम खान एडिटर) उर्दू भाषा को किसी विशेष धर्म जाति की तरफ इंगित करना उचित नहीं है क्योंकि उर्दू भाषा प्यार मुहब्बत की भाषा है और इससे किसी विशेष धर्म का कोई लेना देना नहीं है इसलिए प्रदेश सरकार की मंशानुसार उर्दू भाषा के विस्तार के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
उक्त बातें टाण्डा नगर पहुँचे उर्दू अकादमी के नवनियुक्त चेयरमैन चौधरी कैफुल वरा ने कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें उर्दू अकादमी के चेयरमैन बनाते हुए विश्वास दिलाया है कि उर्दू भाषा के उत्थान के लिए जो भी आवश्यकता होगी उसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा।
बताते चलेंकि श्री कैफुलवरा मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले हैं तथा टाण्डा नगर क्षेत्र के मोहल्लाह छज्जापुर निवासी समाजसेवी मोहम्मद इरफान के बहनोई हैं और शनिवार को लखनऊ जाते समय अपनी ससुराल में लागभग दो घण्टा रुके हुए थे। श्री कैफुलवरा ने विगत 10 दिन पूर्व ही उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के चेयरमैन का पदभार संभाला है।
श्री कैफुलवरा ने सूचना न्यूज़ एडिटर से विशेष वार्ता करते हुए कहा कि उर्दू भाषा के विस्तार के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री जी को कई प्रस्ताव दिए जाएंगे जिसमें विभिन्न शहरों व कस्बों में उर्दू कोचिंग सेंटर, उर्दू कम्प्यूटर कोचिंग सेंटर आदि खोलने सहित पूर्व से चली आ रही आईएएस, पीसीएस कोचिंग के विस्तार पर प्रस्ताव होगा। उन्होंने आमजनों से अपील करते हए कहा कि उर्दू भाषा को किसी विशेष समुदाय अथवा जाति की तरफ कदापि इंगित ना करें ये सभी की भाषा है।
टाण्डा नगर के प्रथम आगमन पर उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के नवमनोनीत चेयरमैन चौधरी कैफुलवरा का बज्वय स्वागत किया गया । उक्त मौके ओर बबलू, मास्टर तारिक, हाजी अशफाक, वकार यूनुस, लरैब , रफीक, तारिक मंजूर, नेहाल, आरिफ, शाबान, फहीम, खुर्शीद, सिकंदर इकबाल, सगीर बज्मी,दस्तगीर पहलवान आदि मौजूद रहे।