अम्बेडकरनगर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर गुरुवार को जिला कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक आक्रोश मार्च निकाला गया जिसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष व टाण्डा विधायक द्वारा किया गया।

समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय से आक्रोश मार्च डबल इंजन की सरकार व चुनाव आयोग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नामित अधिकारी को सौंपा।
आक्रोश मार्च में वोट चोर, गद्दी छोड़ जैसे नारा भी सुनाई दिया तथा छात्रों, व्यापारियों, किसानों, बुनकरों के उत्पीड़न की बात करते हुए बिहार के SIR के खिलाफ भी आवाज़ बुलंद की गई। बुनकरों का बिजली विभाग द्वारा उत्पीड़न करने एवं किसानों को समयानुसार खाद्य ना दिए जाने का मामला भी जोरशोर से गूंजता रहा।

सपा जिलाध्यक्ष जंग बहादुर यादव ने कहा कि तहसील व ब्लॉक मुख्यालयों सहित नगर पालिका व पालिकाओं तथा पुलिस थानों व बिजली विभाग द्वारा आमजनता का जमकर दोहन किया जा रहा है। उक्त विभागों में भ्र्ष्टाचार खूब फलफूल रहा है लेकिन शासन मूकदर्शक बनकर सिर्फ तमाशा देख रही है। टाण्डा विधायक राममूर्ती वर्मा ने चुनाव आयोग को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बिहार में एक एक करके सभी पोल खुल रही है लेकिन चुनाव आयोग सत्ता पक्ष के लिए ऑल इज़ ओके का दावा कर रही है जो देश की जनता के साथ खिलवाड़ है।
पूर्व एमएलसी अजय कुमार विशाल वर्मा ने केंद्र व प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि सरकार मंहगाई पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल है और जानबूझ कर धार्मिक मुद्दा उठा कर आमजनता का ध्यान मंहगाई, बेरोजगारी व अर्थ व्यवस्था से भटका रही है। पूर्व विधायक सुभाष रॉय ने जिला प्रशासन व तहसील प्रशासन पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रशासन सत्ता पक्ष की कठपुतली बन कर रह गया है और न्याय व अन्याय से रिश्ता खत्म कर सत्ता पक्ष के लोगों के लिए कानून को ताक पर रखकर काम करता है।

जिला महासचिव मुजीब अहमद सोनू ने कहा कि सरकार छात्रों, व्यापारियों, किसानों, बुनकरों का दोहन कर जमकर उत्पीड़न कर रही है। पूर्व विधायक रहे स्व.अजीमुलहक पहलवान के पुत्र मुसाब अज़ीम ने कहा कि एक तरफ बुनकर समाज आर्थिक मुश्किलों से जूझ रहा है और दूसरी तरफ बिजली विभाग व उनकी विजिलेंस टीम बुनकरों का खुला उत्पीड़न कर अवैध धन उगाही कर रहे हैं और जिलाधिकारी के आदेश का भी उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है।
उक्त अवसर पर डॉ राजेश सिंह, महंत चन्द्रप्रकाश त्रिपाठी, संदीप यादव, फैज़ान खान, अनिल निषाद, रविन्द्र यादव, मो.सईम, मो.जिया अंसारी, रघुनाथ यादव, राजितराम यादव, सैय्यद कसीम अशरफ, अजय दूबे, धर्मेंद्र यादव, प्रवीण शर्मा, सोनू यादव, मो. शाद सिद्दीकी, मुशीर आलम अंसारी, मो.तालिब, हसन अली रिज़वी, बादशाह खान, अंकुश वर्मा, सालिक राम यादव, कपिलदेव राजभर, सीमा यादव, मंज़ूर अहमद, आदित्य वर्मा, पवन यादव आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।



