अम्बेडकरनगर (रिपोर्ट: आलम खान एडिटर 8090884090) टाण्डा नगर क्षेत्र में मासूम छात्र का क्षतविक्षत हालत में शव मिलने से जहां हड़कम्प मचा हुआ है वहीं हत्यारों तक पहुंचना पुलिस के लिए चुनौती बन चुका है। सामाजिक कार्यकर्ताओं व राजनीतिक लोगों ने अपनी अलग अलग प्रतिक्रियाएं देते हुए घटना का सफल खुलासा करने की मांग किया है। पुलिस कई लोगों से पूंछतांछ कर रही है।
पवित्र सरयू तट के किनारे आबाद प्रसिद्घ प्राचीन औद्योगिक नगरी टाण्डा में शुक्रवार को 13 वर्षीय सुभाष उर्फ डोकोमो का शव उसके घर से मात्र चन्द कदम की दूरी पर झाडियों में काफी बुरी हालत में बरामद हुआ।मृतक कक्षा 07 का छात्र था तथा विगत 23 नबम्बर कई शाम 05 बजे से अचानक लापता हो गया था।
पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी ने भी घटना स्थल का निरीक्षण कर कई दिशा निर्देश दिया और कोतवाली निरीक्षक विजेन्द्र शर्मा को शीघ्र घटना का सफल अनावरण करने का निर्देश दिया।
डोकोमो हत्याकांड का खुलासा करना टाण्डा कोतवाली निरीक्षक ही नहीं बल्कि पूरी कोतवाली के लिए एक चुनौती बन चुका है।
मृतक डोकोमो का शव प्रथम दृष्टया देखने से प्रतीत हो रहा था कि उसकी हत्या कहीं अन्य स्थान पर की गई है और काफी बाद में शव को झाड़ियों में फेंका गया है। हत्या के पीछे का राज फिलहाल पता नहीं चल सका है लेकिन शरीर के अंगों को जिस नदाज़ में नुकसान पहुंचाया गया था उससे ऐसा लगता था कि हत्यारा काफी क्रूर किस्म का है और उसने मासूम डोकोमो को काफी प्रताड़ना देकर मौत के घाट उतारा है।
वरिष्ठ अधिवक्ता दिलीप मांझी ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर उंगलियां उठाते हुए कहा कि आसपास के 500 मीटर के क्षेत्रों को सील कर अयोध्या से डॉग स्क्वॉड मंगवाना चाहिए था जिससे क़ातिल का आसानी से पता लग सकता था। ज्ञात रहे लगभग दो दशक पूर्व टाण्डा नगर के मोहल्लाह हयातगंज (छज्जापुर का बार्डर) में दो मासूम बच्चों की निर्मम हत्या हुई थी जिसमे पुलिस द्वारा डॉग स्क्वॉड मंगवाया गया था और उसने सफल आवरण करते हुए शव को बरामद कराने तथा कातिलों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया था।
दूसरी तरफ एआईएमआईएम के पूर्व प्रदेश सचिव इरफान पठान अपने सहयोगियों के साथ पीड़ित के परिजनों से मुलाकात किया और उन्हें हर सम्भव सहयोग करने का आश्वासन देते हुए पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया तथा प्रशासन से मांग किया कि इस गंभीर प्रकरण की मजिस्ट्रेटी जांच कराते हुए घटना का खुलासा किया जाए।
समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव मुजीब अहमद सोनू ने उक्त घटना की निंदा करते हुए कहा कि अपराधी चाहे जो हो उसे सख्त से सख्त सजा दी जाए लेकिन निर्दोषों को गलत ढंग से फंसाने अथवा धन उगाही का काम कदापि ना किया जाए।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार पुलिस लगभग आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर घटना की वास्तविकता के करीब जाने का प्रयास कर रही है। उक्त घटना को कोतवाली निरीक्षक विजेंद्र शर्मा स्वयं एक चुनौती के रूप में स्वीकार कर रहे हैं और जल्द खुलासा का आश्वासन दे रहे हैं।
बहरहाल मासूम छात्र की हत्या ने पूरे नगर क्षेत्र को झिंझोड़ कर रख दिया है और परिजनों सहित हर कोई घटना का वास्तविक पर्दाफाश चाहता है जबकि सामाजिक व राजनीतिक लोग कई सवाल खड़ा करते हुए डॉग स्क्वॉड ना बुलाने पर पुलिस को घेरते नज़र आ रहे हैम हालांकि पुलिस जल्द खुलासा का दावा कर रही है जिसके लिए लगभग आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूंछतांछ कर रही है।