अम्बेडकरनगर: 08 दिवसीय वार्षिक उर्स के तीसरे दिन विश्व विख्यात दरगाह किछौछा अशरफी दूल्हा के नारों से गूँजने लगा।
खानकाह अशरफिया हुसैनिया से साहिबे सज्जादा हजरत अल्लामा मौलाना सैय्यद मोईनुद्दीन अशरफ मोईन मियां ने रस्म-ए-गागर अदा किया। हज़रत मोईनुद्दीन अशरफ प्राचीन ख़िरका मुबारक बदन पर धारण कर मुख्य असताना मखदूम अशरफ पर जुलूस की शक्ल में पहुंच कर आस्ताना पर विश्व शांति व कल्याण के लिए दुआएं मांगी। इस दौरान देश के कोने कोने से आए जायरीनों द्वारा अशरफी दूल्हा का जमकर नारा लगाया गया तथा पूरे रास्ते में जुलूस का गुलाब के फूल से वर्षा कर स्वागत किया गया।

25 मोहर्रम के मौके पर पूर्व वर्षों की तरह सहन आस्ताना पर मखदूम ए सिमना कांफ्रेस का आयोजन किया गया जिसमें ऑल इंडिया सुन्नी जमीयतुल उलेमा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मखदूम अशरफ के वंशज हजरत अल्लामा मौलाना सैय्यद मोईनुदीम अशरफ उर्फ मोइन मियां ने शिक्षा अपर विशेष तकरीर किया और श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक खैर का काम करने के लिए प्रेरित किया।
उक्त अवसर पर सैय्यद रईस अशरफ, मौलाना अनीस, सैय्यद अली अशरफ, सैयद हसन अशरफ, सैय्यद जामी अशरफ, डॉक्टर सैय्यद मनाज़िर हसन, सैय्यद आले मुस्तफा छोटे बाबू, सैय्यद मो.अशरफ बड़े बाबू, सैय्यद कितमीर अशरफ, सैय्यद दस्तगीर अशरफ, डॉक्टर ज़िया अशरफ, अशरफु सूफिया सैय्यद मो.अशरफ, सैय्यद अदील अशरफ, सैय्यद साहिल हसन, सूफी मो.उमर, रज़ा अकेडमी सईद नूरी,
असलम लाखा अशरफी, मो.आलम शाह, फैज़ान खान, मुसाब अज़ीम, सैय्यद याहिया अशरफ, निरंजन सभासद, मेराज अहमद, जुहैब खान, सैय्यद नज़ीब अशरफ, फ़िरोज़ अहमद किछौछवी, सैय्यद खालीक अशरफ, सरफराज खादिम, इमरान मुजाविर, सैय्यद दस्तगीर अशरफ, सगीर खान, मोइनयुद मास्टर, अनवार अहमद, सैय्यद जावेद अशरफ, मेराज आलम शाह, अंजार अली शाह, रईस अली शाह, हैदर अली शाह आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।