बलिया (नवल जी) सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक माह के रविवार को आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला इस बार अनूठे अंदाज में मनाया जाएगा। इस रविवार को आठ मार्च है, और यह तारीख विश्व महिला दिवस के रूप में मनाई जाती है। यूं तो इन आरोग्य मेलों का उद्घाटन जनप्रतिनिधियों से कराया जाता है। लेकिन इस बार ऐसा न करके इन मेलों का उद्घाटन वहां पर मौजूद वरिष्ठ एएनएम / अन्य महिला कर्मचारी/अधिकारी से कराया जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं इस खास मौके पर जन्म लेने वाली बेटियों को कपड़े और उनकी मां को पोषणयुक्त आहार उपहार में दिया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक विजय विश्वास पंत ने सूबे के सभी सीएमओ को इस आशय का पत्र भी भेजा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पीके मिश्रा ने बताया कि विश्व महिला दिवस जैसे विशिष्ट मौके पर होने वाले इस मेले को मातृशक्ति के सम्मान, महिला सशक्तीकरण, समानता और निजता के अधिकार को लेकर समर्पित किया गया है। मेले में महिलाओं विशेष रूप से किशोरियों को व्यक्तिगत साफ-सफाई, माहवारी स्वच्छता, पोषण में भेदभाव और निजता जैसे मुद्दों पर जानकारी दी जाएगी। आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्त्ता द्वारा स्टॉल लगाकर कैल्शियम और ऑयरन टेबलेट का मुफ्त वितरण किया जाएगा। साथ ही मेला स्थल पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से टीकारण, स्तनपान, परिवार नियोजन, संस्थागत प्रसव, पोषण की जानकारी दी जाएगी। कम्युनिटी हेल्थ आफिसर अथवा नर्स द्वारा मुख कैंसर, स्तन कैंसर, उच्च रक्तचाप, शुगर आदि के संभावित मरीजों की जांच भी की जाएगी।
इन मेलों में ओपीडी के साथ ही ब्लड प्रेशर, मौसमी बुखार, टीबी, फाइलेरिया, दिमागी बुखार, मलेरिया, डेंगू की जांच के साथ ही उपचार की भी सुविधा है। इसके अलावा यहां पर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को आवश्यक टीके लगाए जाने की भी व्यवस्था है। मरीजों को संपूर्ण टीकाकरण की जानकारी भी दी जाती है। गर्भवती महिला और उसके गर्भस्थ शिशु की भी जांच की जाती है, साथ ही संस्थागत प्रसव के लाभों की भी जानकारी दी जाती है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान की जानकारी दी जाती है, साथ ही पात्र लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड का भी वितरण किया जाता है। तंबाकू सेवन को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है। मेले का शुभारंभ सुबह दस बजे से होगा, और दोपहर दो बजे तक चलेगा। मेले में स्वास्थ्य विभाग के अलावा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल होंगे। मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें मुफ्त दवाएं भी दी जाएंगी।