पराली जलाने से वायु प्रदूषण पर पड़ रहा है दबाव, बेखौफ अन्नदाताओं पर नहीं है कोई लगाम
अम्बेडकरनगर: जनपद के विभिन्न क्षेत्रों सहित राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 233 टांडा बसखारी मार्ग के दोनों तरफ बेखौफ किसानों द्वारा खेतों में जमकर पराली जलाई जा रही है। किसानों द्वारा खेतों में ही पराली जलाने का मंजर आने जाने वालों को साफ दिखाई दे रहा है लेकिन उनको रोकटोक करने वाला कोई अधिकारी दूर दूर तक नज़र नहीं आ रहा है जिससे बेखौफ होकर किसान खेतों में पराली जला कर वायु प्रदूषण में अपना योगदान देते नज़र आ रहे हैं।
पूर्व सांसद रितेश पांडेय द्वारा गत कई वर्षों से सांसद दौड़ के माध्यम से आम किसानों को पराली ना जलाने के लिए जागरूक कर रहे थे तथा उच्च अधिकारियों द्वारा भी समय समय पर जनजागरूकता कार्यक्रमों व रैली के माध्यम से अन्नदाताओं को फसलों के अवशेष (पराली) को ना जलाने के लिए जागरूक किया जाता रहा है लेकिन इन सब के बावजूद खेतों में जमकर पराली जलाई जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद के सभी क्षेत्रों में पराली जलाने की शिकायत प्राप्त हो रही है जिसे वायु प्रदूषण पर दबाव बढ़ना भी स्वाभाविक है।