अम्बेडकरनगर: दो दिन पूर्व संसद में पास हुई कृषि बिल को किसान विरोधी बताते हुए किसानों सहित कांग्रेसियों व सपाइयों ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कराया हालांकि बाज़ार बन्द का आह्वान विफल नज़र आया।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामकुमार पाल ने मौजूदा सरकार पर संसद में अपने बहुमत के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देश के करोड़ों लोगों की सेवा कर रहे अन्नदाताओं के हित की बिल कहकर पास करने का छल किसान भलीभांति जानता है और आगामी चुनाव में किसान मुंह तोड़ जवाब देगा। कांग्रेस प्रवक्ता अवधेश कुमार बब्लू ने कहा कि मौजूद सरकार अन्नदाताओं को पूंजीपतियों का गुलाम बनाने की तरफ पहला कदम बढ़ा दिया है जो काफी निंदनीय है। जिला महासचिव अमित वर्मा ने कहा कि सरकार ने पहले डीजल मंहगा कर किसानों की कमर तोड़ दिया है और अब पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कानून बना कर किसानों पर शिकंजा कसा जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष राम सकल यादव के नेतृत्व में जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भेजकर किसान विरोधी बिल वापस लेने की मांग किया है। समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से पूर्व एमएलसी अजय कुमार उर्फ विशाल वर्मा, पूर्व कैबिनेट मंत्री राममूर्ति वर्मा, जयशंकर पाण्डेय दादा, जिला महासचिव मुजीब अहमद सोनू, उत्तम चौधरी, महंत चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी, अभिषेक सिंह, कसीम अशरफ, मुकेश सिंह, मोहम्मद सईम, महेंद्र यादव आदि शामिल रहे।
बहरहाल दो दिन पूर्व संसद में पेश हुए कृषि बिल के खिलाफ किसानों व कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया जबकि समाजवादी पार्टी ने ज्ञापन भेजकर विरोध दर्ज कराया।
कृषि बिल पास होने से आक्रोशित किसानों व राजनीतिक दलों ने प्रदर्शन कर दिया ज्ञापन


