सिंघम फ़िल्म की तर्ज पर अपराधियों से कराया जाता है हस्ताक्षर
नवागत पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी ने अपराधों पर काबू पाने के लिए पूर्व में दर्ज हुए डकैती व लूट के मुकदमों में नामित अपराधियों की मॉनिटरिंग व काउंसलिंग का काम शुरू कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने एवं अपराध जगत से किनारा कसने की सलाह दिया है।
गत 05 दिसम्बर को जनपद में पुलिस कप्तान का पदभार ग्रहण करते हुए नवागत एस.पी आलोक प्रियदर्शी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा था कि अपराध जगत से जुटे लोगों की मॉनिटरिंग व काउंसलिंग कर उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल होकर जीवन यापन व्ययतीत करने की दिशा में काम शुरू किया जाएगा। उक्त कर्म में श्री प्रियदर्शी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश देकर डकैती व लूट जैसे गंभीर आरोप में नाम आने वालों की सूची बना कर उनकी मॉनिटरिंग कराना शुरू किया तथा ऐसे लोगों को प्रत्येक सप्ताह थानों पर बुलाकर हस्ताक्षर करवाने का काम शुरू किया।Lरविवार को 22 ऐसे लोगों को जिनका पूर्व वर्षों में जनपद के विभिन्न थानों में दर्ज हुए डकैती व लूट के मुकदमों में नाम प्रकाश में आया था उन्हें जिला मुख्यालय पर बुलाकर पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी ने स्वयं उन लोगों की काउंसलिंग किया तथा अपराध जगत से किनारा कसने व आम जीवन बिताने की सलाह दिया। चर्चा है कि पुलिस कप्तान द्वारा सिंघम फ़िल्म की तर्ज पर पूर्व वर्षों में डकैती व लूट के मामले में नाम आने वालों को थानों पर प्रत्येक सप्ताह हस्ताक्षर के लिए बुलाकर उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है तथा उनकी काउंसलिंग कर अपराधों पर काबू पाने का भी प्रयास किया जा रहा है जिसकी क्षेत्र में सराहना हो रही है।