अम्बेडकरनगर: औद्योगिक बुनकर नगरी टाण्डा का अदब क्षेत्र से गहरा नाता रहा है। टाण्डा नगर के मोहल्लाह छज्जापुर में डॉक्टर तारिक अनवर के आवास पर प्रख्यात शायर डॉक्टर ने अल्लामा इकबाल के जम्मोत्सव को उर्दू डे के रूप में मनाते हुए नशिस्त (मुशायरा) का आयोजन किया गया। महाराष्ट्र सरकार द्वारा सम्मानित उर्दू अदब क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले टाण्डा कस्बा निवासी वशील अहमद खान की अध्यक्षता में आयोजित नशिस्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध शायर महशर फैजाबादी व विशिष्ट अतिथि अशफाकउल्ला खान शोध संस्थान के बानी सलाम ज़ाफ़री रहे। कार्यक्रम की निजामत (संचालन) कमर जिलानी ने आने निराले अंदाज में किया। मुम्बई में उर्दू अदब की सेवा करने वाले जलालपुर भियांव निवासी महशर फैजाबादी की चौथी किताब ‘हंसे तो धंसे’ का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत तालिब रहमानी ने नात पाक से किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉक्टर अनस मसरूर, कौशर हयात, डॉक्टर अमीन अहसन, हसन वारसी, शाहिद सादानी, सईद टाण्डवी, इंसाफ टाण्डवी, दिल सिकंदराबादी ने अपने अपने निराले अंदाज में कलाम (शेअर) पेश किया। मुख्य अतिथि महशर फैजाबादी ने अपनी शायरी से जहां लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया वहीं विशिष्ट अतिथि ने लोगों को सोचने पर मजबूर किया। डॉक्टर तारिक मंज़ूर ने गंभीर शायरी के साथ अपनी शायरी से लोगों को गुदगुदाने का भी काम किया।
कार्यक्रम में अतिथियों को बैच लगाया गया तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वशील खान, महशर फैजाबादी व सलाम जाफरी को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में मुम्बई के प्रसिद्ध उर्दू समाचार पत्र में अपनी सेवा देने वाले महाराष्ट्र सरकार से सम्मानित वशील अहमद खान ने सभी शायरों व अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए शिक्षा पर विशेष बल देने एवं शिक्षा को एक चुनौती के रूप में स्वीकार कर अभियान चलाने की अपील किया। उक्त अवसर पर मदरसा मंज़रे हक के प्रबंधक हाजी अशफाक अंसारी, केबीसी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक हाजी बदरुद्दोजा अंसारी, वरिष्ठ अधिवक्ता वजीहुल हसन, मास्टर कुवैस, मास्टर गय्यूर, अब्दुल कदीर, मोहम्मद राशिद, मज़हर रब्बानी, मास्टर शब्बीर, परवेज़ अनवर, बेलाल अहमद, मोहम्मद कामिल, इसरार कुरैशी, ग्यासुद्दीन आदि मौजूद रहे।


