अम्बेडकरनगर: जनपद की कमान संभालते ही पुलिस कप्तान केशव कुमार ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिया था कि किसी भी कीमत पर अवैध धन उगाही बर्दाश्त नहीं कि जाएगी।
पुलिस भर्ती में लगने वाले कैरेक्टर सर्टिफिकेट बनवाने के लिए होने वाली पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट के नाम पर पुलिस कप्तान कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक (बड़े बाबू) अशोक यादव पर अवैध ध उगाही (घूस) करने की शिकायतें प्राप्त हो रही थी जिसकी विभागीय जांच एसपी केशव कुमार द्वारा कराई गई।
जांच में बड़े बाबू अशोक यादव द्वारा घूस लेने की पुष्टि होते ही तेज़तर्रार पुलिस कोटवां केशव कुमार ने तत्काल प्रभाव से बड़े बाबू अशोक यादव को निलंबित हो नहीं किया बल्कि उनके खिलाफ भरष्टाचार का मुकदमा भी दर्ज करा दिया। टाण्डा सीओ/लाइन शुभम कुमार की तहरीर पर अकबरपुर कोतवाली में अशोक यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने से पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया है।
बताते चलेंकि तेज़तर्रार पुलिस कप्तान केशव कुमार की विभाग में क्षवि काफी ईमानदार के रूप में है और पुलिस विभाग में चल रहे “काम के बदले धन” की सोच को तोडने के लिए लगातार कठोर कदम उठाते नज़र आ रहे हैं। बताते चलेंकि पासपोर्ट जांच के नाम पर थानों पर अवैध धन उगाही आम बात थी लेकिन एसपी केशव कुमार के आते ही अब किसी थाना पर पासपोर्ट के नाम लार अवैध धन उगाही सुनाई ही नहीं पड़ रही है।
पुनः याद दिलाता चलूँकि पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने जनपद की कमान संभालते ही पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों से वार्ता कर सबसे पहले अवैध धन उगाही पर पूरी तरह पाबंदी लगाने की मंशा ज़ाहिर किया था लेकिन उस समय समझा गया था कि सभी नवागत एसपी इसी तरह बोलते हैं परंतु समय के साथ साथ उनकी बात शतप्रतिशत सच साबित हुई और अवैध धन उगाही करने की शिकायत पर त्वरित ठोस सबूत के साथ जांच करा कर कठोर कार्यवाही का सिलसिला जारी है।
बहरहाल अपने ही कार्यालय के बड़े बाबू को निलंबित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की खबर से पूरे विभाग में हड़कम्प मच गया है जबकि जनपद में इस बात की सरहानीय चर्चा हो रही है। नीचे एसपी केशव कुमार का सुनें बयान–