(उत्तर प्रदेश शासन द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकार आलम खान “एडिटर सूचना न्यूज़” की रिपोर्ट)
टेक्नोलॉजी के इस साइबर युग में लोगों को ठगने का ढंग भी हाईटेक हो चुका है। साइबर ठग नित नए ढंग से आमजनों को अपना शिकार बना रहे हैं। कोविड महामारी की तीसरी लहार व जारी विधान सभा चुनाव के दौरान साइबर ठगों ने अपना जाल मज़बूत कर लिया है और लगातार फोन कॉल कर आमजनों को लुभाने व रिझाने में जुटे हैं तथा ऑनलाइन फ्रॉड कर लोगों के बैंक से पैसों को गायब कर रहे हैं।
जी हां, आप सावधान हो जाएं तथा अपने परिजनों व परिचितों को भी जागरूक करते हुए स्पष्ट बता दें कि कोविड वैक्सीनेशन की पहलो, दूसरी डोज़ अथवा बूस्टर डोज़ के नाम पर अगर कोई कॉल आती है और वो आपका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर आपके मोबाइल पर भेजी गई ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) को मांगता है तो कदापि ना बताएं वरना देखते ही देखते आप साइबर ठगों का शिकार हो जाएंगे और आपके बैंक से नगदी उड़ जाएगी। साइबर ठगों ने जहां वैक्सिनेशन का बहाना बनाया हुआ है वहीं विधान सभा चुनाव में लुभावने सपने दिखाकर अथवा राजनीतिक पार्टीयों के नाम से फ्रॉड कॉल्स भी आ रही है और ओटीपी मांग कर आमजनों को बड़ी चतुराई से ठगा जा रहा है।
गत दिनों जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन ने भी आमजनों को जागरूक करते हुए अपील किया था कि साइबर क्राइम से बचने के लिए किसी को भी ओटीपी आदि कदापि ना बताएं। पुलिस साइबर सेल द्वारा भी आमजनों को जागरूक करते हुए बताया जा रहा है कि लॉटरी, बैंक, वैक्सीन, चुनाव, सर्वे आदि नाम पर अगर आपसे ओटीपी मांगी जा रही है तो कदापि कदापि ना बताएँ क्योंकि फोन पर किसी भी विभाग अथवा संस्थान द्वारा ओटीपी नहीं मांगी जाती है। साइबर के जानकारों की माने तो जो मोबाइल नंबर आपकर बैंक से अटैच है उसपर आई जानकारी व ओटीपी कभी किसी दूसरे को ना बताएं।
बहरहाल सूचना न्यूज़ टीम आप सभी को जागरूक करने के उद्देध्य से सावधान कर रहा है कि वैक्सिनेशन, बूस्टर डोज़, चुनाव सर्वे आदि के नाम पर आप किसी को भी अपने मोबाइल पर आई ओटीपी ना बताएं।