मैनपुरी: भोगांव। जाके जियरा कों कौन समझाये, जाकी चढी लगुन लौट जाये, ऐसा ही एक मामला नगर के विवाह स्थल पर देखने को मिला जहां जयमाला के समय दूल्हे हाथ से दिव्यांग होने के कारण दुल्हन नें जयमाला डालने से इन्कार कर दिया तथा बधू पक्ष वालो नें वर पक्ष के लोगो को बन्धक बनाकर मारपीट किया।
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच सुलह समझौता करवाकर मामला रफा दफा करवाया।
बताते है कि नगर के मुहल्ला मिश्राना निवासी प्रमोद कश्यप ने अपनी पुत्री की शादी थाना व कस्बा करहल निवासी विकास पुत्र रजनीश के साथ तय हुई थी बारात शनिवार की रात्रि बारात पहुची जहां बारात की जमकर खातिरदारी की गई। जयमाला के समय जब दूल्हा स्टेज पर पहुंच तो दूल्हे को क्या पता था कि उसकी दिव्यांगता कुछ ही क्षणो मे उसके सपनों को चकनाचूर कर देगी। जब दूल्हे ने जयमाला को हाथ में लिया वैसे ही दूल्हे का हाथ से जयमाला छूट गई जिसे देखते ही दुल्हन बिदक गई और दूल्हे के गले मे जयमाला डालने से साफ इन्कार कर दिया। आनन फानन में दोनो पक्षों के लोगो ने समझाने की बहुत कोशिश की
किन्तु कोई बात नही बनी जिससे दोनो पक्षो केें बीच मारपीट होने लगी और दुल्हन पक्ष के लोगो ने दूल्हा सहित बारातियो को बन्धक बना लिया काफी देर तक दूल्हा पक्ष के लोग अपनी बदनामी का बास्ता देकर गुजारिश करते रहे लेकिन दुल्हन नहीं मानी।
मामले की जानकारी थाना पुलिस को होने पर मौके पर पहुचंी पुलिस ने दूल्हा सहित बारातियों को बन्धन मुक्त कराया और थाना कोतवाली मे काफी देंर तक पंचायत होती रही लेकिन बात नही बनी जिस पर दूल्हा को बिना दूल्हन के ही वापस लौटना पडा।
दुल्हे के हाथ से छूटी जयमाला तो बिना दुल्हन बैरंग लौटे सभी बाराती
