अम्बेडकरनगर: आगामी 13 नवम्बर को 277 कटेहरी उप चुनाव का मतदान होना है जिसके नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है तथा 28 अक्टूबर को नामांकन की अंतिम तारीख भी है। सपा, बसपा, कांग्रेस, आज़ाद समाज पार्टी भीम आर्मी आदि ने अपने अपने प्रत्याशियों का एलान कर दिया है लेकिन भाजपा ने फिलहाल अपने प्रत्याशी पर पर्दा डाल रखा है जिससे राजनीतिक गलियारों में बेचैनी बढ़ी हुई है और हर कोई भाजपा की तरफ देख रहा है कि भाजपा किस पर अपना दांव लगा सकती है।
कटेहरी उप चुनाव के लिए सपा ने अपने राष्ट्रीय महासचिव व सांसद लालजी वर्मा की पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शोभावती को मैदान में उतारा है वहीं कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के सपा प्रत्याशी का खुल लार समर्थन किया है। बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अमित वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है। आज़ाद समाज पार्टी (भीम आर्मी) ने राजेश कुमार को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
कटेहरी उपचुनाव के लिए भाजपा से प्रमुख दावेदारों में पूर्व विधायक धर्मराज निषाद, वरिष्ठ पत्रकार अजीत सिंह, पूर्व सांसद रितेश पांडेय, पूर्व जिलाध्यक्ष कपिलदेव देव, सुधीर सिंह मिंटू, अवधेश द्विवेदी, दिलीप देव पटेल, प्रमोद गुप्ता आदि का नाम चर्चा में है। सोशल मीडिया पर जहां वरिष्ठ पत्रकार अजीत सिंह के नाम की खूब चर्चाएं हो रही है वहीं दो दिनों से पूर्व सांसद रितेश पांडेय का नाम भी चर्चा में है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार भाजपा पूर्व मंत्री धर्मराज निषाद पर भी अपना दांव लगा सकती है हालांकि टांडा विधान सभा के पूर्व प्रत्याशी कपिल देव वर्मा को भी कम नहीं आंका जा रहा है। चर्चा है कि भाजपा किसी नए चेहरे पर भी दांव लगा सकती है।
बहरहाल कटेहरी उप चुनाव के नामांकन की अंतिम तारीख में मात्र 07 दिन बचा हुआ है लेकिन भाजपा ने अभी तक अपने प्रत्याशी का एलान नहीं किया है जिससे सभी राजनीतिक दलों सहित आम मतदाताओं की निगाहें भी भाजपा की तरफ लगी हुई है। भाजपा प्रत्याशी की घोषणा के बाद स्थिति स्पष्ट होगी कि किस किस के मध्य उप चुनाव में कड़ी टक्कर हो सकती है।