मैनपुरी: भोगांव। नागपचंमी त्यौहार बैसे तो पूरे देश मे ही मनाया जाता है लेकिन नगर के समीपवर्ती दो स्थानों पर आज भी नागपंचमी पर हजारो की भारी भीड उमडती है मान्यता है कि इन स्थानो पर आज के दिन पूजा अर्चना करने से लोगो की मनौतियां पूरी होती है तथा पूर्व। जन्म मे सर्प से डसने से निकलने बाली बिषवेल भी झाड फूंक से सही हो जाती है और उनके सभी कष्ट दूर होते है। मंगलवार को नागपंचमी पर नगर एंव ग्रामीण क्षेत्रो में नागपंचमी का पर्व बडे ही धूमधाम के साथ मनाया गया जिसमे लोगो ने शिवालयो मे जाकर बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया एंव विभिन्न स्थानों पर लोगो नें नांगो को दूध भी पिलाया।
नगपंचमी पर मंगलवार को प्रातः से ही नगर एंव ग्रामीण अचलो मे सपेरो ने लोगो के घर पर जा जाकर नागो को दूध पिलाया। बही क्षेत्र के ग्राम नगला
कोठी मे नाग देवता भोले बांबा के दर्शनो के लिये हजारो लोगो की भीड उमड पडी। नगला कोठी मे मान्यता है कि यहां पर पूर्व जन्म मे सर्प से काटे
हुये लोगो मे निकलने बाली बिषवेल एंव प्रेतआत्माओ से परेशान लोगो को राहत मिलती है। मंगलवार कों नागपचंमी पर अपनी अपनी समस्याओ से पीडित सैकडो की संख्या मे लोग पहुचें और अपनी अपनी हाजिरी लगाई और भगत बाबूराम ने उनकी समस्याओ का समाधान करते है इस कार्य मे दम्मीलाल बैध के अलावा गांव के अन्य लोग भी सहयोग करते है यह क्रम सुबह से लेकर देर रात्रि तक चलता है जब तक पीडितो की समस्याओ का समाधान नही हो जाता है यही कहानी ग्राम सलेमपुर मे स्थित बाबा भोलेनाथ के मन्दिर की है मान्यता है कि यहां पर जो भी एक बार आकर सच्चे मन से अपनी अपनी मनौतिंया मांगता है उसकी सभी मनोकामनाये पूरी होती है।