बलिया (रिपोर्ट अखिलेश सैनी) रसड़ा सीएचसी के अधीक्षक डा. बीपी यादव व आशा संघ की अध्यक्ष रागिनी सिंह के बीच 13 दिसम्बर को हुए गाली-गलौच का विवाद अब धीरे-धीरे आंदोलन का रूख अख्तियार करता चला जा रहा है। शनिवार को सीएचसी परिसर मेंआशा बहुआओं ने अधीक्षक के तत्काल स्थानांतरण किए जाने के मांग के साथ-साथ आशाबहु रागिनी सिंह के विरूद्ध रसड़ा कोतवाली में दर्ज किए गए मुकदमे को अविलंब वापस लिये जाने की मांग को लेकर आशाुओं ने काली पट्टी बांध कर प्रतिकात्मक विरोध जताते हुए धरना-प्रदर्शन शुरू कर किया। धरना सभा को संबोधित करते हुए आशाओं ने कहा कि सरकार के मंशा के अनुरूप आशाबहु स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अभियानों को सार्थक बनाने की दिशा में पूरी निष्ठा से कार्य कर रहीं है। विभाग द्वारा आशाओं का मनोबल बढ़ाने के बजाय उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाकर उनके बनोबल को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है जिसे आशाबहु बर्दाशत नहीं करेंगी और मांगे पूरी होने तक लोकतातंत्रिक तरीके से संघर्ष जारी रखेंगी। धरना सभा में रागिनी सिंह, अंशु सिंह, हीरा सिंह, सरिता यादव, सुमन सिंह, इंदू सिंह, ममता सिंह, रीना कुशवाहा, नीतू सिंह, आशा सिंह, सुनीता सिंह, संगीता देवी, पुष्पा गुप्ता, सुधा देवी, मीरा, सरिता आदि आशाबहु मौजूद रहीं।