मैंनपुरी (भोगांव रिपोर्ट गुलज़ार शक़ील) में ग़म के माह मोहर्रम की 5 वीं तारीख के अलमों का जुलूस मोहल्ला मोहम्मद सईद निवासी गुलज़ार अहमद पुत्र अब्दुल जलील खां के आवास से दोपहर दो बजे फातिहा ख्वानी के बाद परंपरागत तरीके से निकाला गया, जो कि पुलिया वाली मस्जिद, मुख्य बाजार, सब्जी मंडी चौराहा, जामा मस्जिद, जैन मंदिर, पीपल मंडी, मो0 जौहरी, पटी गली, मो0 नददाफान, मो0 चौधरी, मो0 हवेली, मो0 करियानीम, मो0 प्रेमचिरैय्या होता हुआ देर सांय मोहल्ला मोहम्मद सईद स्थित हाजी बाबू खां के इमाम चौक पर पहुंचा, जहां फातिहा ख्वानी के बाद अपने गंतव्य स्थल पहुंचकर समाप्त हुआ, जिसके बाद सभी को मिष्टान वितरित किया गया, इससे पूर्व जुलूस में अलम के आयोजक अब्दुल जलील खां ने सभी को पगड़ी बांदकर सम्मानित किया, वहीं जुलूस में आये अखाड़ों के युवाओं ने छड़ी, बाना, हजारा आदि से अपने अपने करतब दिखाए, जुलूस में हजरत इमाम हुसैन की याद में नगर के मशहूर बैड के कलाकार मर्सिये गाते चल रहे थे, वहीं सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से कस्बा इंचार्ज आदेश भारद्वाज दलबल के साथ जुलूस में मौजूद रहे, वहीं सफाई व्यवस्था को लेकर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी आरके सिंह द्वारा जुलूस के रास्तों पर विशेष साफ सफाई कराकर चुना आदि डलवाया गया, जुलूस में सैंकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे,
इस मौके पर हाजी मो0 अमीन, गुलज़ार अहमद पत्रकार, अहमद अली, मो0 इदरीश, शेखा हुसैन, इस्तखार हुसैन, इम्तियाज खां, दिलशाद खान, नाजिम अंसारी, मो0 शाकिर उर्फ गुड्डू, हाफ़िज़ उवैश, परवेज शाह, आरिफ अंसारी, हाफिज रिजवान, मो0 नाजिम शाह, तस्लीम अंसारी, आरिफ अली, नदीम खान, शाकिर हुसैन, आरिफ मंसूरी, परवेज शाह, शानू राईन, रहीश खान, मुस्ताक खान, शमशाद खान, मैराज खान, इरफान खान, निजाम खान, रिहान गुलज़ार, तैमूर खान, सादान खान आदि लोगों का सराहनीय योगदान रहा।