उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल द्वारा 10 दिसम्बर को जारी पत्रांक संख्या 1450 को मात्र 24 घण्टा के अंदर ही निरस्त कर दिया गया है और इसके पीछे सबसे बड़ा हाथ वाराणसी से भाजपा के एनएलसी अशोक धवन का है जिनका बुनकर नेताओ द्वारा आभार व धन्यवाद प्रकट किया जा रहा है।
आपको बताते चलेंकि उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने शुक्रवार को यूपी पॉवर कॉर्पोरेशन को पत्र लिखकर निर्देशित किया कि बुनकरों से 04 दिसम्बर 2019 द्वारा जारी शासनादेश के अनुसार बिलों का भुगतान जमा कराए। उक्त आदेश से बुनकरों को जबरदस्त झटका लगा जिसके बाद प्रदेश भर के बुनकरों ने वाराणसी के एमएलसी अशोक धवन से संपर्क स्थापित किया। श्री धवन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल उच्च अधिकारियों सहित मुख्यमंत्री से संपर्क पर 10 दिसम्बर के आदेश को तत्काल निरस्त करने की मांग किया। श्री धवन के प्रयास पर अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने पत्रांक संख्या 1456 पर उत्तर प्रदेश बिजली कारपोरेशन को पत्र लिखकर 10 दिसम्बर को जारी आदेश पत्रांक संख्या 1450 को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया।
बताते चलेंकि 14 जून 2006 की तत्कालीन मुलायम सिंह यादव की सपा सरकार ने बुनकरों के उत्थान के लिए बड़ा कदम उठाते हुए पॉवर लूम पर फिक्स बिजली बिल की व्यवस्था लागू कर दिया था जिसे भाजपा सरकार ने 04 दिसम्बर 2019 को समाप्त कर दिया हालांकि प्रदेश के बुनकरों ने आक्रोश प्रकट करते हुए हड़ताल, धरना व प्रदर्शन किया तथा सरकार के ज़िम्मेदारों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी कई चरणों मे बैठकें किया जिसमें फिक्स रेट व्यवस्था को 31 जुलाई 2020 तक बढ़ा दी गई थी तथा अग्रिम व्यवस्था के लिए कमेटी गठित कर कार्य योजना मांगी गई थी। उक्त कार्य मे देरी होते देख प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने 10 दिसम्बर को बिजली कारपोरेशन को पत्र लिख कर 31 दिसम्बर 2020 तक फिक्स रेट व्यवस्था को फिलहाल स्थगित करते हुए निर्देशित किया कि 04 दिसम्बर 2019 के शासनादेश के अनुसार बुनकरों से बिल का भुगतान कराया जाए हालांकि उन्होंने ये भी निर्देशित किया है कि बकाया राशि किस्तों में सरलता से उसूली जाए।
उक्त आदेश से बुनकरों को जबरदस्त झटका लगा था और बुनकर नेता स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं लेकिन बुनकरों के उत्थान के लिए सदैव प्रयास करने वाले वाराणसी के एमएलसी अशोक धवन के प्रयास पर 10 दिसम्बर को जारी आदेश निरस्त हो गया जिससे बुनकरों में खुशी की लहर दौड़ गई। बुनकर नेताओं ने एमएलसी अशोक धवन का आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया तथा बधाइयां उन्हें देने का सिलसीला भी अनवरत जारी है।