कासिम सुलेमानी ने इंसानियत की हिफाजत और आतंकवाद के खिलाफ आंदोलन करने का काम किया
लोरपुर ताजन के मोहल्ला हुसैनाबाद में मंगलवार की रात्रि मौलाना शफाअत हुसैन अदीब आज़मी की अध्यक्षता में अमेरिका के हवाई हमले में ईरानी सेना के कमांडर शहीद कासिम सुलेमानी और नौ अन्य बेगुनाह लोगों की मौत के बाद ताज़ियती मजलिस व दुआखानी का आयोजन मरहूम मीर तालिब हुसैन के इमामबारगाह में किया गया कार्यक्रम का संचालन इरशाद लोरपुरी व मजलिस के पूर्व पेशखानी अरबाब लोरपुरी व नइयर हुसैन खॉ ने किया वही ताज़ियती मजलिस को संबोधित करते हुए मौलाना सैयद नफ़ीस रज़ा ने कहॉ कि शहीद कासिम सुलेमानी इंसनियत के पैरोकार थे।उन्होंने अपनी जिंदगी इंसानियत की हिफाजत और आतंकवाद के खिलाफ आंदोलन करने का काम किया।वही दूसरी मजलिस को संबोधित करते हुए मौलाना सैयद इंतजार मेहदी फैज़ी ने कहॉ कि पाकिस्तान में फंसे कुलदीप जाधव की रिहाई के लिए कासिम सुलेमानी ने जंग लड़ी। इसी तरह के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई बार इंसानियत के लिए भेदभाव किए बिना आंदोलनकारी कार्य किया। वही जाकिरे करबला निज़ाम अब्बास ने कहॉ कि शहीद कासिम सुलेमानी को देश के कुछ चैनलों ने आतंकी के रूप में पेश किया जिसकी हम घोर निंदा करते है कासिम सुलेमानी के तेज तर्रार प्रवृत्ति से अमेरिका को बहुत डर लगता था। मौलाना सैयद शबाब हैदर इमामे जुमा लोरपुर ने कहॉ कि अमेरिकी फौज ने शहीद कासिम सुलेमानी के साथ वही किया है, जो यजीद ने इमाम हुसैन के साथ किया था। मौलाना शफाअत हुसैन अदीब आज़मी ने कहॉ कि तीन जनवरी की रात इस्लाम और इंसानियत के विरोधी हैवानों के नापाक इरादों की वजह से कासिम सुलेमानी शहीद हो गए मजलिस के अंत में कर्बला के शहीद इमाम हसन के बेटे जनाबे कासिम के बारे में बयां किया जिसे सुनकर उपस्थित लोगों के आखों से आंसू बहने लगे। ताज़ियती मजलिस में कासिम सुलेमानी जिन्दाबाद अमरीका हुकूमत मुर्दाबाद के नारे लगाए गए इस दौरान ताज़ियती मजलिस में हजारों की संख्या में लोगों का जनसैलाब उमड़ा रहा