देश में तेज़ी से बढ़ती मंहगाई व बेरोजगारी तथा खराब अर्थव्यवस्था के खिलाफ बुधवार की रात्रि अंधेरा कर मोमबत्तियां व मसालें जला कर विरोध प्रकट किया गया। बेरोजगार युवाओं के साथ कदम।से कदम मिलाकर खड़ी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी आदि राजनीतिक पार्टियों ने सत्ता पक्ष को घेरने में कू कोर कसर नहीं छोड़ा। उत्तर प्रदेश में डूबती कांग्रेस को तो मानों बहुत बड़ा राजमितिक सहारा मिल गया है और इसी लिए पार्टी के आह्वान पर प्रत्येक जनपद में कांग्रेसियों ने भी 09 सितंबर की रात्रि 09 बजे 09 मिनट के लिए अंधेरा कर मोमबत्ती व मसालें जलाई। कांग्रेस ने जहां बेरोजगार युवाओं को अपनी ढाल बनाया है वहीं समाजवादी पार्टी भी तनिक पीछे नहीं है। समजवाड़ाओ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उनकी पत्नी पूर्व सांसद डिम्पल यादव ने स्वयं अंधेरे में मोमबत्ती जला बेरोजगार कर युवाओं के साथ खड़े होने का एहसास दिलाया। सपा के धर्मेन्द्र यादव सहित वरिष्ठ नेता मोहम्मद एबाद ने भी अपने सहयोगियों के साथ मोमबत्ती जलाई। बहुजन समाज पार्टी का गढ़ माना जाने वाला जनपद अम्बेडकरनगर में भी कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के लोगों ने बीती रात्रि अंधेरा कर मोमबत्तियां व मसालें जला कर मंहगाई, बेरोजगारों व खराब अर्थव्यवस्था पर सरकार को आइना दिखाने का काम किया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने फेसबुक वॉल पर डिम्पल यादव के साथ मोमबत्ती जलाने की तश्वीर शेयर करते हुए लिखा कि “आज आनेवाले कल के बदलाव का इतिहास लिख दिया, सियासत के आसमान पर रोशनी से इंक़लाब लिख दिया” उन्होंने आगे लिखा कि आज युवाओं ने भाजपा के शासनकाल की उल्टी गिनती की शुरूआत कर दी है, हमने नौजवानों की ख़ातिर मोमबत्तियाँ जलाकर हमेशा की तरह आज भी उनका साथ दिया है और देते रहेंगे। श्री अखिलेश ने अगली पोस्ट में बाद सवाल उठाते हुए लिखा कि “समझ नहीं आता भाजपा सरकार चला रही है या देश के साधनों और संसाधनों का बाज़ार लगा रही है. इन्होंने प्रदेश देश में टोल, मंडी, सरकारी मॉल, आईटीआई, पॉलीटेक्निक, हवाई अड्डा, रेल के साथ साथ बीमा कंपनी और निजीकरण से युवाओं के रोज़गार के अवसरों तक को बेच डाला है।