रिपोर्ट:अखिलेश सैनी बलिया
बलिया(रसड़ा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तहत शनिवार काे स्थानीय गांधी पार्क मैदान में मकर संक्रांति उत्सव कार्यक्रम बड़े ही उमंगता के साथ सम्पन्न हुई।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मां भारती,संघ के संस्थापक हेडगेवार व गुरुजी के चित्र पर पुष्प-अर्चन तथा भगवा ध्वज फहराने के बाद हुआ। कार्यक्रम में शिरकत किये बलिया विभाग के बैद्धिक प्रमुख जितेन्द्र मिश्र ने स्वयंसेवकाें काे सम्बाेधित करते हुए कहा कि
मकर संक्रांति के कुछ वैज्ञानिक कारण हैं। मकर संक्रांति के दिन से ही नदियों में वाष्पण की प्रक्रिया शुरू होती है। इसी कारण नदियों में डुबकी लगाने की परंपरा है। इसका चिकित्सा के रूप में कई महत्व है।
सूर्य उत्तरायण शुभ माना जाता है और दक्षिणायन में होता है तो उसे अशुभ माना जाता है। उन्होंने कहा कि महाभारत काल के भीष्म पितामह ने उत्तरायन में अपने प्राण त्यागे थे। उनका मानना था उत्तरायण में यदि प्राण चले जाते हैं, तो सीधे स्वर्ग की प्राप्ति होती है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 6 उत्सव में मकर संक्रांति उत्सव एक है।
श्रीमिश्रा ने कहा कि जिस तरह गुड़ गर्मी में तपकर आग में पिघलकर तिल के साथ मिलकर एक स्वादिष्ट व्यंजन का निर्माण करता है। इसी प्रकार स्वयंसेवकों को तपकर पिघलकर बाकी समाज के साथ मिलकर एक अच्छे समाज व देश का निर्माण करना है। इसके बाद खिचड़ी सहभाेज में सैकड़ाें स्वयंसेवक ने खिचड़ी का आनन्द उठाया ।
इस अवसर पर नगर जिला प्रचारक राजीव नयन , संघचालक डा. रामबाबू साेनी,निखिल आनन्द, गणेश तिवारी, अविनाश साेनी, व कन्हैया जायसवाल के साथ सैकड़ाें स्वयंसेवक माैजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेम किशाेर शर्मा व संचालन अजय ठाकुर ने किया ।