समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आह्वान पर गुरुवार को जनपद में भी सपाइयों ने प्रदर्शन किया हालांकि जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई रणनीति के आगे प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट तक नहीं पहुंच सके। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा धारा 144 लागू होने के बाद बिना अनुमति के प्रदर्शन करने के कारण अकबरपुर पुलिस ने देर शाम में पूर्व मंत्री सहित लगभग चार सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया है।
गत 15 दिसम्बर को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने दो पृष्ठीय पत्र जारी कर कहा था कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर 21 दिसम्बर गुरुवार को सभी जनपदों में किसानों की समस्याओं सहित बेरोजगारी, मंहगाई, बालिकाओं के साथ दुष्कर्म, छात्र छात्राओं व व्यापारियों की समस्याओं तथा नागरिकता संसोधन विधेयक आदि मुद्दों पर धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ आवाज़ बुलंद की जाएगी।
उक्त आह्वान पर आज सैकड़ों सपाइयों ने अलग अलग गुट में जिला मुख्यालय पहुंचने का प्रयास किया मगर जिला प्रशासन ने एक दिन पूर्व ही प्रदर्शनकारियों को रोकने की पूरी व्यवस्था कर रखी थी जिसके कारण प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन लाया गया जहां देर शाम निजी मुचलकों पर प्रदर्शनकारियों को छोड़ दिया गया।
संदिग्ध पत्र से मचा हड़कम्प-माहौल खराब करने का प्रयास
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनवाद में धारा 144 लागू होने के बाद भी जिला मुख्यालय पर भीड़ की शक्ल में सड़कों पर उतरने वालों के खिलाफ अकबरपुर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। सूत्रों के अनुसार पूर्व कैबिनेट मंत्री राममूर्ति वर्मा सहित 366 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
प्रदर्शन के लिए कलेक्ट्रट की तरफ बढ़ रहे सपाइयों को पुलिस ने जब रोकने का प्रयास किया तो प्रदर्शनकारी जमकर नारेबाजी करने लगे लेकिन पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया। पूर्व विधायक हाजी अजीमुलहक पहलवान अपने समर्थकों के साथ टाण्डा मार्ग से कलेक्ट्रेट की तरफ बढ़ रहे थे लेकिन जब पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो वहीं धरने पर ही बैठ गए। टाण्डा नगर पालिका अध्यक्ष व सपा नेत्री रहाना अंसारी भी अपने समर्थकों के साथ जिला मुख्यालय पहुंची। प्रदर्शन में सपा के पदाधिकारियों के साथ नेतागण, कार्यकर्ता व समर्थकों में भाग लिया।
गुरुवार को प्रदेशीय आह्वान पर समाजवादी पार्टी का जिला मुख्यालय पर हुए प्रदर्शन में कोई हिंसा की सूचना नहीं प्राप्त हुई हालांकि धारा 144 का उलंघन करने पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।