बलिया:रसड़ा शिक्षक के सम्मान से ही समाज का भविष्य संवारा जा सकता है। क्योंकि शिक्षक समाज का सच्चा मार्ग दर्शक और कर्तव्य बोध का भी प्रदाता होता है। जिसने भी गुरु के सानिध्य में रहकर जीवन में कर्तव्यों के बोध को आत्मसात किया उसका जीवन ही धन्य हो जाता है। उपर्युक्त उद्गार पूर्व भाजपा विधायक रामइकबाल सिंह ने स्थानीय मथुरा पीजी कालेज के मैदान में जनपदीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासभा के तत्वावधान में रविवार को आयोजित कर्तव्य बोध दिवस कार्यक्रम एवं शिक्षक सम्मान समारोह में माता सरस्वती, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, विवेकानंद जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक हमेशा सम्मान के पात्र होते हैं। क्योंकि इन्हीं के चरणों से सम्पूर्ण समाज को कर्तव्य का बोध कराया जाता है। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि छात्र संघ की राजनीति करने वालों को अपने दायित्यों का बोध करना होगा क्योंकि युवा ही चाहेगा तो युवा छात्रों के साथ राजनैतिक सौदा को रोका जा सकेगा और समाज में जिस गति से स्वास्थ्य, शिक्षा के बाजारीकरण हो रहा है। उसे रोका जा सकता है। उन्होंने इस दिशा में कार्यरत शिक्षकों के अलावा अवकाश प्राप्त शिक्षकों से गांवो में गोष्ठियों का आयोजन करने का अनुरोध किया। ताकि दिशा हीन समाज को सही दिशा मिल सके। इस मौके पर मुख्य अतिथि विधायक श्री सिंह के द्वारा अवकाश प्राप्त शिक्षक श्रीमती गिरिजा सिंह, धिराजा सिंह, गौरीशंकर सिंह, लक्ष्मी नारायण सिंह, हरिशंकर तिवारी,राजेन्द्र मिश्रा, मुजतबा हुसैन आदि का माल्यार्पण, अंगवस्त्रम व रामायण प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया। वहीं संयोजक मण्डल के जिलाध्यक्ष रामायण सिंह, महामंत्री डॉ बब्बन राम व प्राचार्य डॉ धनंजय सिंह द्वारा आगत अतिथि हरिहर सिंह, डॉ रामानुज मिश्रा, डॉ जगदीश सिंह, प्रो प्रेमनारायण सिंह, साहित्यकार डॉ जनार्दन राय, डॉ चंद्रदत्त दुबे आदि के साथ प्रबन्धक अधिवक्ता विनोद कुमार सिंह, डॉ अरविन्द सिंह आदि शिक्षक, शिक्षा विद,साहित्यक से जुड़े विद्वान जनों का अंगवस्त्रम व माल्यार्पण से सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विनोद कुमार सिंह व संचालन जिलाध्यक्ष रामायण सिंह ने किया। प्राचार्य धनंजय सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।