लखनऊ: कोविड 19 वायरस के संक्रमण से बचने के लिए हर छोटी बड़ी सावधानी बरतने में ही स्वयं के साथ घर, परिवार और समुदाय की भलाई है। इसी के चलते सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को कोरोना तथा अन्य संक्रामक रोगों से बचाव एवं रोकथाम के लिए समय समय पर जागरूक भी किया जा रहा है। विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा भी लगातार जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। आमजनों को जागरूक किया जा रहा है कि अब पहले जैसा समय नहीं रहा कि नोट गिनते, लिफाफे पर टिकट चिपकाते, टिकट बेचते या खेलते समय गेंद पर थूक का इस्तेमाल किया जाए।
उक्त बातें कोविड 19 सर्विलान्स टीम बलिया के सदस्य एवं नवजात शिशु बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सिद्धार्थ मणि दुबे ने बतायी। डॉक्टर सिद्धार्थ ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए इन आदतों को इस समय छोड़ने में ही सभी की भलाई है। यह छोटी छोटी बातें सुनने में भले ही अटपटी लगें लेकिन संक्रमण से बचाने में यह सब लाख टके की हैं। उन्होने बताया कि बैंक या बाजार में रुपयों के लेनदेन से जुड़े लोगों को इस कोरोना काल में नोटों को गिनते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। नोटों को गिनते समय थूक का कतई इस्तेमाल न करें क्योंकि वह नोट न जाने कितने हाथों से होते आप तक पहुंचे हों। ऐसे में कोरोना के संक्रमण का खतरा बहुत ही बढ़ जाता है। इसके लिए पानी का इस्तेमाल करना ही ठीक रहेगा। इसके अलावा नोटों को गिनने के बाद हाथों को साबुन पानी या सेनेटाइजर से अच्छी तरह से अवश्य साफ करें। बैंककर्मी इसीलिए अधिकतर नोट गिनने की मशीन का इस्तेमाल करते हैं और जहां हाथों से गिनने की बात आती है तो ग्लब्स का इस्तेमाल करते हैं और हर लेनदेन के बाद हाथों को सेनिटाइज भी करते हैं। इसके अलावा इन्हीं खतरों को भांपते हुए डिजिटल भुगतान पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है।
अम्बेडकरनगर के अपर जिलाधिकारी डॉक्टर पंकज कुमार वर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क अवश्य लगाएं एवं सोशल डिस्टेंडिंग का स्वयं कड़ाई से पालन करें जिससे स्वयं को बचाव के साथ अपने परिवार व सामाज को भी बचाया जा सकता है।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर ए.के गुप्य ने बताया कि कोरोना वायरस का संक्रमण खांसते छींकते या थूकते समय निकलीं छोटी छोटी बूंदों के संपर्क में आने से एक दूसरे को प्रभावित करता है। इसी को देखते हुए सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा रखी है। ऐसा करना अब दंडनीय अपराध की श्रेणी में माना जाएगा। इसलिए संक्रमण से बचने का सबसे आसान तरीका यही है कि पुरानी आदतों को बदलें और सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही हर छोटी बड़ी सलाह को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें क्योंकि कोरोना वायरस जैसे अदृश्य शत्रु को मात देने के लिए यह बहुत ही जरूरी हो गया है।
बहरहाल सभी लोग अगर छोटी छोटी बातों पर सावधानी बरतने के साथ जागरूक हो तो बहुत हद तक कोरोना के खतरनाक संक्रमण से बचा जा सकता है।