अम्बेडकरनगर: मुस्लिम समुदाय के सबसे बड़े पर्व ईद की चाँद रात्रि में परंपरानुसार टाण्डा नगर पालिका परिक्षेत्र में साफ सफाई की व्यवस्था चाक चौबंद की गई है, तथा मुख्य मार्गों व मस्जिदों के आसपास चूने का छिड़काव भी किया गया है, लेकिन कोरोना वायरस की महामारी के दौरान जारी लॉकडाउन के कारण मस्जिदों में सामूहिक ईद की नमाज़ नहीं होगी। नगर पालिका परिषद द्वारा नगरीय क्षेत्र में कराई जा रही साफ सफाई का उपजिलाधिकारी अभिषेक पाठक व पुलिस क्षेत्राधिकारी अमर बहादुर ने स्वयं निरीक्षण किया।
आपको बताते चलेंकि कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के चौथे चरण में पड़ने वाले मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा पर्व ईद सोमवार को मनाया जाएगा, लेकिन जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र द्वारा जारी आदेश के अनुसार ईदगाहों व मस्जिदों में सामूहिक नमाज़ नहीं अदा की जाएगी। मुस्लिम विद्वानों ने आम मुस्लिमों से ईदगाहों व मस्जिदों में ईद की नमाज़ ना पढ़ने की अपील करते हुए कहा है कि अपने अपने घरों में अकेले अकेले चार रकाअत नमाज़ चास्त पढ़ें। विद्वानों के अनुसार ईद की नमाज़ चन्द लोगों द्वारा तय समय पर पढ़ लेने से सभी लोगों पर ईद की नमाज़ वाजिब नहीं रहेगी, बल्कि चार रकाअत नफिल नमाज़ पढ़ने से ईद की नमाज़ में शामिल होने जैसा सवाब मिलेगा।
नफिल नमाज़ चास्त की नीयत करने का तरीका: नीयत करता हूँ मैं चार रकाअत नमाज़ नफिल चास्त की, वास्ते अल्लाह तआला के, मुंह मेरा खान-ए-काबा की तरफ, अल्लाह हो अकबर।
नमाज़ पढ़ने तरीका: जिस तरह से चार रकाअत सुन्नत नमाज़ पढ़ी जाती है, वैसे ही नमाज़ चास्त भी पढ़ना है, बस दूसरी रकाअत में बैठने के बाद अत्ताहियात व दरूद इब्राहिम पढ़ कर तीसरी रकाअत के लिए खड़े हों और जब खड़े हों तो सूरह फातिहा से पहले सना भी पढ़ लें। सलाम फेरने के बाद 34 बार ‘अल्लाह हो अकबर’ पढ़ कर दुआ मांगें।