रिपोर्टर : अखिलेश सैनी बलिया
महिलाओं का उत्पीड़न रोकने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार लाख दावे कर ले लेकिन सरकार के ही मंत्रियों पर इस का कोई फर्क नहीं पड़ता है।
ताज़ा मामला बलिया से उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री उपेन्द्र तिवारी का है। मंत्री जी को भरी पंचायत में एक महिला पर उस समय गुस्सा आ गया जब वह उनके चौपाल कार्यक्रम के दौरान अपनी फरियाद सुनाने की कोशिश कर रही थी। मंत्री जी ने उसे पहले शोर न करने के लिये चेताया और उसके बाद उसे वहां से जाने के लिये कह दिया। बाहर आयी महिला का कहना था कि वो अपनी समस्याएं लेकर आयी थी। उसने गुस्से में कहा कि मैं हकीकत बात कर रही थी तो उन्होंने डांट कर उधर जाने को कह दिया और मेरी बात सुने बगैर चले गए।उपेन्द्र तिवारी बलिया जिले के गड़वार ब्लॉक के रतसर गांव में आयोजित चौपाल में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सरकार की योजनाएं गिनायीं और कहा कि कल्याणकारी योजनाएं जनता तक पहुंचे इसके लिये योगी सरकार कटिबद्ध है। इस दौरान जब वह चौपाल को संबोधित कर रहे थे तो अपनी समस्याएं लेकर वहां पहुंची कुछ महिलाओं की लगातार आ रही आवाज से असहज हो गए और उसे पहले चुप रहने को कहा और फिर वहां से जाने को कह दिया।
बाद में जब महिला से मीडिया ने पूछा तो उसने अपना नाम लीलीवती और रतसड़ की रहने वाली बातया। उसने राशन कार्ड, आवास और बिजली समेत समस्याएं गिनायीं और कहा कि मंत्री जी ने वहां से जाने की बात कह दी। नराज महिलाओं ने अपनी समस्याओं का ठीकरा मंत्री जी के सिर फोड़ा। ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि शौचालय के लिये दो से लेकर चार हजार रुपये तक लिये जा रहे हैं।