Rate this post


अम्बेडकरनगर: प्रदेश की योगी सरकार के निर्देश पर जिला पुलिस अपराधियों के खिलाफ एक्शन मूड में चल रही है। पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी के निर्देश व अपर पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार मिश्र के नेतृत्व में पूरे जनपद में अपराधियों के खिलाफ ज़बरदस्त अभियान चलाया जा रहा है। गत दो माह में आठ अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार करते हुए जेल की सलाखों के पीछे ढकेल दिया है। कानपुर में कुख्यात अपराधी विकास दूबे ने घात लगाकर आठ पुलिस वालों को शहीद कर दिया था जिसके बाद प्रदेश पुलिस ने भी माफिया विकास दूबे को एनकाउंटर में मार गिराया। उक्त घटना के बाद से प्रदेश सहित जनपद में भी पुलिस विभाग अपराधियों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने लगी जिससे भयभीत होकर कई माफियाओं ने अपने पुराने मामलों में जमानत हटवा कर जेल को अपना सुरक्षित ठिकाना बना लिया है। जमानत हटवा कर जेल जाने वालों में कुख्यात व पेशेवर अपराधी दिलीप वर्मा उर्फ डीके उर्फ अविनाश पुत्र रामपाल निवासी बन्धुसरा थाना गोसाईगंज, दिलीप चौरसिया पुत्र राम आशीष चौरसिया निवासी जल्लापुर साबुकपुर थाना हंसवर व अभिषेक सिंह पुत्र विजय बहादुर सिंह निवासी साबुकपुर थाना हंसवर शामिल है। शातिर अपराधी दिलीप वर्मा पर 32 मुकदमा, दिलीप चौरसिया पर 4 मुकदमा व अभिषेक सिंह पर 12 मुकदमा पंजीकृत है तथा तीनों अपराधियों पर पुलिस ने गैंगेस्टर की कार्यवाही भी की हुई है। बहुचर्चित माफिया खान मुबारक मूल रूप से हंसवर थानाक्षेत्र के हरसम्हार का रहने वाला है। हंसवर पुलिस ने खान मुबारक से जुड़े सभी लोगों की निगरानी शुरू कर दिया है। एडिशनल एसपी अवनीश कुमार मिश्र ने अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ अभियान चल रहा है और इस अभियान में किसी भी अपराधी को बख्सा नहीं जाएगा चाहे उसकी पहुंच कहीं तक भी हो। श्री मिश्र ने कहा कि पुलिस की कार्यवाही से ही भयभीत होकर जनपद के तीन कुख्यात कि शातिर पेशेवर अपराधियों ने अपनी जमानत हटवा कर जेल चले गए हैं।

बहरहाल कुख्यात माफिया खान मुबारक से जुड़े एवं उससे संपर्क व रिश्ता रखने वालों पर पुलिस ने अपनी नज़र टेढ़ी कर लिया है जिससे अपराधियों का हौसला पस्त हो गया और अधिकांश अपराधी या तो पुलिस के चंगुल में फंस गए या तो पुराने मामलों में जमानत हटवा कर जेल को अपना सुरक्षित स्थान बना लिया है।