बलिया (रिपोर्ट: अखिलेश सैनी) रसड़ा विधान सभा क्षेत्र में टोंस नदी के चलते आयी बाढ़ से बूरी तरह से प्रभावित दर्जनों गांव के सैकड़ों एकड़ धान सहित अन्य फसलों के बर्बाद होने तथा सैकड़ों घरों के जमींदोज होने पर सोमवार को रसड़ा के बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने नियम 51 के तहत प्रमुख सचिव विधान सभा उप्र को पत्रक देकर बाढ़ से पीड़ित जनों को अविलंब राहत पहुंचान तथा जर्जर रिंग बंधे के नव निर्माण की मांग की। विधायक ने प्रमुख सचिव को दिये पत्र में बताया है कि टोंस नदी के उफान से क्षेत्र के सरायभारती, अतरसुआं, मुस्तफाबाद, कोप, खजुहां, बेसवान, तिराहीपुर, फिरोजपुर, कोड़रा, मिर्जापुर, लखुआं, जवैनिया, सिलहटा, हजौली, संवरूपुर, बैजलपुर, संवरा सहित अन्य गांवों की सैकड़ों एकड़ फसलें जलमग्न होकर जहां नष्ट हो चुकी है वहीं सैकड़ों कच्चे घर जमींदोज होकर गिर जाने से लोग बेघर होकर रह गए हैं। मै खुद गत 26 व 27 सितम्बर को इन गांवों का निरीक्षण कर पीड़ितों के दर्द व बेबशी को देखा। इसके अतिरिक्त विधायक उमाशंकर सिंह ने नियम 301 के तहत प्रमुख सचिव विधान सभा को पत्रक देकर बताया कि विधान सभा रसड़ा से होकर गुजरने वाली टोंस नदी के किनारे बना रिंग बंधा जो गाजीपुर जनपद से होते हुए बलिया तक बने हुए बंधे में दो जगहों पर 500-500 मीटर का गैप छूट जाने से तटवर्ती दर्जनों गांवों में नदी का पानी फैल जाने से लोग बाढ़ से अनेक गांवों में तबाही का मंजर उत्पन्न हो गया है वहीं सरायभारती, अतरसुआं, मुस्तफाबाद, कोप, खजुहां, बेसवान, तिराहीपुर, फिरोजपुर, कोड़रा, मिर्जापुर, लखुआं, जवैनिया गांवों के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो गया है। उन्होंने शासन से मांग किया है कि इन दोनों समस्याआें का अविलंब समाधान कराया जाय तथा पीड़ित जनों को राहत प्रदान की जाय।
टोंस नदी की बाढ़ से फसलें हुई बर्बाद और घर हुए ज़मीदोज़ – मांग
