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SSP नोएडा का कथित वीडियों वायरल-CM ने दिया जांच का आदेश

उत्तर प्रदेश सरकार बालिकाओं का उत्पीड़न रोकने की चाहे जितनी कोशिश कर ले लेकिन सरकार के ही कुछ उच्च स्तरीय अधिकारी प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की मंशा पर पानी फेरते नजर आते हैं। हाल हो में तीन कथित वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें दावा किया गया कि वायरल वीडियों एसएसपी नोयडा वैभव कृष्णा का है। वीडियों में चैट के द्वारा एक बालिका से अश्लील बातें एंव हरकतें करते नज़र आए लेकिन वैभव कृष्णा का दावा है कि उन्हें बदनाम करने के लिए उनकी फोटो का गलत इस्तेमाल कर ‘ड्राफ्टिंग वीडियों’ तैयार किया गया है। श्री कृष्णा की तहरीर पर नोयडा सेक्टर 20 में एफआईआर दर्ज कराया गया है। वायरल वीडियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लेकर मेरठ रेंज के आईजी से जांच रिपोर्ट तलब किया है।
आपको बताते चलेंकि कथित वायरल वीडियों में नज़र आने वाले एसएसपी वैभव कृष्णा 2010 बैच के अधिकारी हैं तथा उक्त मामले की जांच उनसे चार वर्ष जूनियर आईपीएस संजीव सुमन एसपी हापुड़ करेंगे।

धन्यवाद सभा में तब्दील हुई बुनकरों की आक्रोश सभा

कपड़ा व्यवसाय में अपनी अहम भूमिया अदा कर रहे औद्योगिक ऐतिहासिक प्राचीन नगर टाण्डा के बुनकरों में जनसभा कर स्थानीय प्रशासन सहित प्रदेश सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया।

उत्तर प्रदेश बुनकर सभा के अध्यक्ष हाजी इफ्तेखार अहमद अंसारी के आह्वान पर बुनकर नगरी टाण्डा के मोहल्लाह सकरावल में स्थित हाजी गुलाम अहमद के घेरे में जनसभा कर शासन व प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित कोया गया। श्री अंसारी में प्रदेढ़ के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूरी-भूरी सराहना करते हुए कहा कि मौजूदा समय में कपड़ा व्यवसाय से जुटा प्रदेश का प्रत्येक बुनकर काफी परेशान चल रहा है और इसी बीच मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ ने नए शासनादेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा कर समस्त बुनकरों को बड़ी राहत देने का काम किया है। उमड़ी भीड़ को संबोधित करते हए श्री अंसारी ने प्रदेश सरकार के साथ जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र, उप जिलाधिकारी महेंद्र पाल सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी अमर बहादुर सहित पत्रकार बंधुओं का भी धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार प्रकट किया है। श्री अंसारी ने कहा कि एमएलसी श्री धवन जी के प्रयास से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुनकरों की गंभीर समस्याओं को समझते हुए तत्काल प्रभाव से नए शासनादेश पर रोक लगा दिया है तथा बुनकर नेताओं को निर्देशित किया कि कपड़ा मंत्री के साथ बैठ कर ऐसी रणनीति तय करें जिससे गरीब बुनकरों को लाभ मिले। उन्होंने कहा कि शीघ्र एक प्रस्ताव सरकार को दिया जाएगा जिसमें बुनकर समाज को बड़ा लाभ मिलेगा।
आपको पुनः बताते चलेंकि 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने एक शासनादेश जारी कर पूरे प्रदेश के पॉवर लूम बुनकरों को बड़ी राहत प्रदान किया था जिसके अनुसार बुनकर बिजली कनेक्शन पर प्रत्येक माह प्रति हॉर्सपावर मात्र 143 रुपया ही अदा करना पड़ता था लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार में पुनः एक शासनादेश जारी कर फ्लैट रेट व्यवस्था समाप्त कर 01 जनवरी से मीटर रीडिंग व्यवस्था लागू कर दिया था जिसको लेकर पूरे प्रदेश का बुनकर समाज आंदोलित था तथा 31दिसम्बर की रात्री से ही अनिश्चित कालीन हड़ताल का एलान कर रखा था लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 दिसम्बर को ही तत्काल प्रभाव से नए शासनादेश पर रोक लगा दिया जिससे बुनकरों में खुशी की लहर दौड़ गई।
प्रस्तावित हड़ताल को बल देने के उद्देश्य से टाण्डा नगर में 01 जनवरी को आक्रोश जनसभा प्रस्तावित थी लेकिन सीएम के एलान के बाद उक्त आक्रोश जनसभा को तत्काल धन्यवाद जनसभा में तब्दील कर दिया गया। बुनकर नेता हाजी कासिम अंसारी, शकील अंसारी, चौधरी तनवीर अंसारी आदि ने भी स्थानीय प्रशासन सहित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रदेश सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया है।

तहसीलदार का घूस लेता वीडियों वायरल होने पर डीएम ने बैठाई जाँच-हड़कम्प

अकबरपुर तहसीलदार द्वारा घूस लेने के वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से तहसीलदार को कलेक्ट्रेट में संचालित भूलेख अनुभाग से सम्बद्ध करते हुए एसडीएम सदर को जांच का आदेश जारी कर दिया था तथा अग्रिम आदेश तक टाण्डा तहसीलदार को अकबरपुर तहसीलदार का अतिरिक्त प्रभार सौंपा दिया है।
जिला मुख्यालय अकबरपुर के तहसीलदार गिरिवर सिंह के सरकारी आवास पर एक युवक द्वारा तालाब के मामले में 20 हज़ार रुपया अवैध रूप से घूस देने का एक वीडियों सोशल मीडिया पर सोमवार को वायरल हुआ जिसमें एक युवक तहसीलदार गिरिवर सिंह के सरकारी आवास में जाता है और नोटों की गड्डी देते हुए कहता है कि ‘साहब चंदा करके लाया हूँ’ जिस पर तहसीलदार कहते है कि तब तो बड़ी बदनामी हुई हमारी, तो व्यक्ति कहता कि नहीं साहब ! आपको नहीं बताया है। जिसके बाद श्री सिंह नोटों की उक्त गड्डी को अपनी टेबल के नीचे रख लेते हैं और घूस देने वाले को तालाब के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा करते हुए कहते हैं कि वो एक जांच भी करेंगे तथा जांच की एक कॉपी उसे सौंप देंगे। उक्त वीडियों के वायरल होने से प्रशासनिक अमले में हड़कम्प मच गया जिसे जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने संज्ञान में लेते हुए अकबरपुर उप जिलाधिकारी को वीडियों की सत्यता की जांच करने का आदेश दिया तथा तहसीलदार गिरिवर सिंह को तत्काल प्रभाव से कलेक्ट्रेट में स्थित भूलेख अनुभाग से सम्बद्ध कर दिया। जिलाधिकारी श्री मिश्र ने टाण्डा तहसीलदार संतोष ओझा को अग्रिम आदेश तक अपने पद पर कार्य करने के साथ अकबरपुर तहसीलदार का अतिरिक्त पदभार सौंप दिया है।
बहरहाल तहसीलदार का घूस लेने वाला वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल होने के मात्र चंद घंटे में ही जिलाधिकारी द्वारा उठाये गए कदम की भूरी-भूरी सराहना हो रही है।

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