सूचना न्यूज़ एडिटर आलम खान की कलम से विशेष रिपोर्ट
सरकारी आंकड़ों की संख्या बढ़ाने व उच्च अधिकारियों की फटकार से बचने के उद्देश्य से जनपद में कई गाँव को पूरी तरह खुले में शौच मुक्त अर्थात ODF घोषित किया जा चुका है लेकिन जमीनी तश्वीर कुछ और ही बयान करती नज़र आती है। सूचना न्यूज़ टीम ने जब जमीनी हकीकत को परखने के लिए विकास खण्ड भियांव में कदम रखा तो तश्वीर साफ हो गई और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने जो कुछ बताया उसे सुनकर कान खड़े हो गए। हिन्दू मुस्लिम एकता की प्रतीक माने जाने वाली प्रसिद्घ भियांव दरगाह (देव स्थान) के आस-पास के क्षेत्र में प्रति दिन हज़ारों लोग खुले में शौच करते नज़र आए जिसमें महिलाओं की भी काफी संख्या मौजूद रहती है। ओडीएफ गाँव में जारी खुले में शौच स्वच्छ भारत अभियान का मज़ाक़ उड़ाता नज़र आता है। खण्ड विकास अधिकारी शिव श्याम सिंह ने सूचना न्यूज़ टीम से वार्ता करते हुए बताया कि भियांव गाँव को खुले में शौच मुक्त घोषित किया जा चुक है। उन्होंने कहा कि दरगाह भियांव में ऐसी कोई शिकायत है तो लिख कर भेजवा दीजिये उसे देखवा लेंगे। दूसरी तरफ ग्राम प्रधान गायत्री शुक्ला के पति व प्रतिनिधि सूर्य नारायण शुक्ल ने जो कहा उसे सुन कर पूरा मामला समझ मे आ गया। उन्होंने कहा कि कागजों में ओडीएफ घोषित किया गया है लेकिन अभी बहुत से शौचालयों का निर्माण नहीं हो सका है। श्री शुक्ल ने कहा कि उच्च अधिकारियों के दबाव में सेक्रेटरी द्वारा ओडीएफ गाँव की संतुति की गई है। ग्राम सेक्रेटरी सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि वो बीमार है और इलाज के लिए बाहर हैं लेकिन ओडीएफ के सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘अभी आप जाने दीजिए’।
दूसरी तरफ भियांव दरगाह में आए हज़ारों श्रद्धालुओं को खुले में शौच करते देख दरगाह कमेटी ने नाराजगी प्रकट करते हुए स्वच्छ भारत मिशन के अधिकारियों को पत्र लिख कर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करने की मांग किया है।
बहरहाल सरकारी आंकड़ों को बढ़ाने एवं शासन प्रशासन की फटकार से बचने के लिए जल्दबाजी में ओडीएफ गाँव घोषित करने के दावों की जाँच कर सम्बन्धित अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जरूरत है वरना विकास सिर्फ कागजों पर नज़र आएगा और जनता स्वयं को ठगी से महसूस करती रहेगी।