अम्बेडकरनगर (सूचना न्यूज़ कार्यालय) एनटीपीसी टांडा परियोजना विद्युत उत्पादन के लिए सदैव तत्पर है। परियोजना में विद्युत उत्पादन के लिए पर्याप्त कोयला स्टाॅक में उपलब्ध है। वर्तमान में उ.प्र सरकार की मांग के अनुरूप परियोजना के द्वितीय चरण की पाॅंचवीं इकाई से पूरी क्षमता से उत्पादन किया जा रहा है। उ.प्र पावर ग्रिड की मांग न होने के कारण कुछ यूनिटों को रिजर्व शटडाउन पर रखा गया है। प्रथम चरण एवं द्वितीय चरण की अन्य इकाइयों से बिजली उत्पादन के लिए उ.प्र लोड डिस्पैच सेंटर (UPSLDC) की स्वीकृति प्रतीक्षित है। परियोजना की सभी इकाइयों में बिजली का उत्पादन उ.प्र पावर ग्रिड की मांग के अनुरूप ही किया जाता है। उ.प्र. पावर ग्रिड के निर्देश पर 660 मेगावाट की एक इकाई 5 नवम्बर 2021 को व दूसरी इकाई 7 नवम्बर 2021 को ग्रिड में कम मांग होने के फलस्वरुप बंद की गई थी, जो की 10 नवम्बर .2021 को पुनः चला दी गई है। परियोजना में कोयले के अभाव के कारण किसी यूनिट को बन्द नहीं किया गया है। परियोजना की जरूरत के अनुरूप निरंतर कोयले का आयात सुनिश्चित किया जा रहा है। अब एनटीपीसी टांडा कोयले की प्रयाप्त मात्रा सुनिश्चित करने के लिए आयातित कोयले की आपूर्ति भी कर रहा है।
वर्तमान में कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा टांडा परियोजना से बिजली उत्पादन के संबंध में भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं, जो कि नितांत मनगढ़त एवं आधारहीन हैं।
कोयले के अभाव के कारण NTPC की किसी यूनिट को नहीं किया गया था बन्द : महाप्रबंधक
