Lअम्बेडकरनगर: जलालपुर ब्लॉक के गौसपुर ककरहिया गांव मे एक तालाब की सिर्फ मेडबंदी करते हुए लगभग ढाई लाख रुपए फर्जी तरीके से निकाल लिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसे स्थानीय लोगों द्वारा जिलाधिकारी से जांचकर कार्यवाही की मांग की गई।जलालपुर ब्लॉक के गौसपुर ककरहिया ग्राम पंचायत स्थित तालाब की खुदाई का प्रस्ताव किया गया। मनरेगा योजना से इस तालाब की खुदाई होना था जिसपर अनुमानित लागत तीन लाख 56 हजार रुपए और मैटेरियल का खर्च लगभग 35 लाख रुपए रखी गई थी। तालाब के तीन तरफ खुदाई कराते हुए बंधा का निर्माण किया गया है। बीच की जमीन के कुछ हिस्से में खुदाई की गई। चर्चा है कि तालाब पर प्रस्ताव के अनुसार कार्य किया नही गया किंतु भुगतान पूरा निकाल लिया गया। आरोप यह भी है कि बगैर काम पूरा किए ग्राम प्रधान सचिव के साथ एपीओ मनरेगा और बीडीओ इस भ्रष्ट्राचार में समल्लित होकर बीते अगस्त माह में 127506 और सितंबर माह में 132720 रुपया निकाल कर बांट लिया गया जबकि खर्च केवल लगभग एक लाख रुपए ही किया गया। ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी से जांचकर कार्यवाही की मांग की है।
इस संबंध में एपीओ मनरेगा मनोज कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में है जिसकी जांच के लिए जलालपुर बीडीओ रामविलास राव एपीओ मनरेगा मनोज कुमार ग्राम सचिव व रोजगार सेवक के टीम के माध्यम से जांच कर विधि कार्रवाई की जाएगी। वहीं संबंध में ग्राम प्रधान ने बताया कि उक्त जमीन तालाब खाते में दर्ज थी जिसे रुकुमपुर कासिमपुर के एक व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया गया था। जिसे उप जिलाधिकारी के शिकायत किया गया था। शिकायत के बाद उपजिलाधिकारी निर्देश पर राजस्व टीम गठित कर उक्त भूखंड पैमाइश की गई थी और उसे अतिक्रमण मुक्त कराया गया था । अतिक्रमण मुक्त के बाद तालाब के लिए खुदाई शुरू किया गया था। विपक्षी द्वारा बेदखल हो जाने से इस तरह के झूठा आरोप लगाया जा रहा है।