अम्बेडकरनगर: बहुप्रसिद्ध हिन्दू धार्मिक ग्रन्थ रामचरित मानस पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा की गई टिप्पणी के बाद उक्त ग्रंथ को होली पर्व पर जलाने का आह्वान करने वाले सपा के पूर्व जिला सचिव लालाजी पटेल को टाण्डा कोतवाली पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है।
टाण्डा कोतवाली पुलिस ने कांस्टेबल सुनील कुमार मौर्य की तहरीर पर अपराध संख्या 23/23 पर आईपीसी की धारा 295-ए, 153-ए व 505 (2) के तहत लालजी पटेल पुत्र जियाराम वर्मा निवासी दुल्लापुर पिपरी मोहम्मदी थाना अलीगंज के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए गिरफ्तर कर लिया है।
सिपाही सुनील कुमारी मौर्य ने मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया किजब वो हमराही आरक्षी के साथ सूरापुर में ड्यूटी पर मामूर था और पिपरी मोहम्मदी गाँव जब पहुंचा तो वहां चौकीदार देवनाथ द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल लाल जी पटेल की वीडियों दिखाते हुए बताया गया कि धार्मिक ग्रंथ पर की गई टिप्पणी से काफी आक्रोश व्याप्त है। वीडियों में लाल जी पटेल पुत्र जयराम वर्मा द्वारा कहा गया कि रामचरित मानस एक धार्मिक ग्रन्थ नहीं है इसको जैसे तमाम लोग किताबे लिखते है। वैसे अपने खुशी के लिये अपना नाम प्रचार करने के लिये तुलसीदास जी ने अपना विचार व्यक्त किया था हमारा धर्म हिन्दू धर्म वो सनातन धर्म है सनातन धर्म बहुत हजार से कई लाखो वर्षो पहले का धर्म है और ये तुलसीदास जी की पुस्तक जो है ये पाँच सौ साल पुरानी है तो ये सनातन धर्म का ग्रन्थ कहा है ये ग्रन्थ है ही नहीं, ये समाज को बांटने वाली एक पुस्तक है जो पिछड़ा व दलित को अपमानित करती है यह पुस्तक और पिछड़े समाज से अपील करना चाहूँगा कि पूरे देश के पिछड़े और दलित समाज से जिस तरीके से हजारो साल पहले गौतम बुद्ध के विचारो वाली पुस्तक को इन्हीं मनुवादियो ने पुष्यमित्र शुंग के लोगों ने होलिका दहन के दिन होलिका जलाया था हर गाँव में मैं तो अपील करना चाहूँगा कि पूरे जो पिछड़े दलित हिन्दू समाज के लोग है आने वाले जो होलिका का दिन है उस दिन रामचरित मानस जैसी पुस्तकों का होलिका जलाया जाये तब ये दलित और पिछड़ो का हक और अधिकार मिलेगा। उक्त वीडियो को देखने व सुनने के पश्चात उपरोक्त बातो का उल्लेख पाया गया जो हिन्दू धर्म के विभिन्न वर्गो में नफरत फैलाने का प्रयास किया गया है। उक्त वीडियो काफी वायरल हो चुका है। जिससे रामचरित मानस जैसे पवित्र ग्रन्थ के प्रति अपमानजनक टिप्पणियाँ करने से हिन्दू धर्म मे आस्था रखने वाले लोगो में काफी रोष व्याप्त है। उक्त वीडियो को अपने मोबाइल में जरिये व्हाट्स एप लिया गया है। जिसे पेन ड्राइव मे वीडियो को अपलोड करके आवश्यक कार्यवाही हेतु अलग से दिया जायेगा। उक्त तहरीर के आधार पर टाण्डा कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी कर लिया है।