अम्बेडकरनगर (रिपोर्ट: गोपाल सोनकर जलालपुर) बीते 07 माह से ईंट भट्टे पर मजदूरी करा कर मजदूरों को रुपया नहीं दिए जाने से व्यथित आधा दर्जन मजदूरों ने तहसील पहुंच कर धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे मजदूरों को देख तहसील में आये वादियों व तहसील कर्मचारियों में चर्चा का विषय बन गया और तहसील में अफरा-तफरी मच गई।
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के जिला जांजगीर तहसील व थाना पामगढ़ निवासी संजय ईश्वर आशा दिशा दीपेंद्र जितेंद्र अनुराग अपने परिवार के साथ जैतपुर थाना क्षेत्र के अचलनगर के पास स्थित वाई मार्का ईंट भट्ठे पर ईंट के पथाई का कार्य करता था। बीते एक सप्ताह पहले सभी मजदूरों ने हिसाब कर घर जाने की बात कही। लेकिन हिसाब न करने से आहत सभी मजदूरों ने तहसील परिसर में धरना देने लगे। तहसील में मौजूद कुछ लोगो ने उत्सुकता वश जानकारी ली और न्याय दिलाने के लिए जलालपुर क्षेत्राधिकारी से मुलाकात कराई। मजदूरों ने रो रो कर क्षेत्राधिकारी को पूरी वाकया बताया। क्षेत्राधिकारी ने तत्काल भट्ठा मालिक सहादुर यादव व ठेकेदार सलिल को बुलाकर पूरा मामले कि जानकारी ली। मजदूरों ने क्षेत्राधिकारी को बताया कि हम लोगों को 700 रुपये के हिसाब से 1000 ईट की पथाई की बात कह कर हम लोगों को भट्टे पर काम करने के लिए लेकर आए थे लेकिन ठेकेदार द्वारा 630 रुपये की दर से हिसाब किया है और हम लोग हिसाब कर अपने घर जाना चाहते हैं लेकिन हिसाब न देकर हम लोगों के साथ गाली गलौज मारपीट किया जाता है।
वही ठेकेदार मालिक ने गाली गलौज और मारपीट की घटना से इनकार किया। क्षेत्राधिकारी ने दोनों पक्षों की बात सुनते हुए तत्काल प्रभाव से मजदूरों को 630 रुपये के हिसाब से रकम मजदूरों को दिला कर भट्ठा मालिक को सम्मान के साथ मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का निर्देश देकर भेज दिया।