अम्बेडकरनगर: जलालपुर व भियांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उपजिलाधिकारी व तहसीलदार द्वारा संयुक्त रूप से औचक निरीक्षण किया गया जिससे अस्पताल परिसर में अफरा तफरी का माहौल बन गया। निरीक्षण के दौरान जलालपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टरों की कमी एक्सरे व जाँच की खराब पड़ी मशीने, डॉक्टरों की कमी ने तमाम दावों की पोल खोलकर रख दिया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जलालपुर में उप जिलाधिकारी हरिशंकर लाल के नेतृत्व में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी जलालपुर ने सीएचसी जलालपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर लिपिक राहत हुसैन, प्रियंका चतुर्वेदी, आयुष्मान मित्र व आलोक वर्मा अनुपस्थिति मिले। जब कि मेडिकल आफिसर वेदप्रकाश छह माह से प्रशिक्षण के लिए बाहर हैं इन के अलावा समस्त स्टाफ उपस्थित मिला। एसडीएम ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र जलालपुर में कुल 12 चिकित्सक के पद प्रस्तावित है जिस में सात विशेषज्ञ व पांच पद मेडिकल आफिसर के पद हैं इन पदों के सापेक्ष मात्र एक विशेषज्ञ व चार मेडिकल अफसर मौके पर नियुक्त हैं। यहां बाल रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं है। केंद्र पर पैथोलॉजी सेंटर में सीबीसी मशीन उपलब्ध नहीं है। केंद्र में सिजेरियन से सम्बंधित उपकरण भी लेबर रूम में मौजूद नहीं मिला। वहीँ प्राथमिक स्वास्थ केंद्र भियांव का तहसीलदार जलालपुर धर्मेद्र यादव के नेतृत्व में बीडीओ भियांव अनुराग सिंह व जिला विद्यालय निरीक्षक के प्रतिनिधि जितेंद्र कुमार पांडेय के संग निरीक्षण हुआ । यहां भी आधी अधूरी व्यवस्थाओं के साथ स्वास्थ केंद्र का संचालन हो रहा है। तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि निरीक्षण के समय केंद्र अधीक्षक बीके यादव के अलावा डाक्टर अंकित यादव, डाक्टर दिनेश यादव व प्रदीप कुमार उपस्थित मिले केंद्र पर कुल पांच चिकित्सक तैनात हैं जिस में डॉक्टर उमेश अवकाश पर थे इस के अलावा कुल 22 स्थायी स्टाफ व कर्मचारी हैं। जिस में एलटी अमित पांडेय, एसएन नमता वर्मा व स्टाफ नर्स प्रियंका रानी अवकाश पर थी अन्य सभी उपस्थित मिले। आक्सीजन सिलेंडर भरा हुआ पाया गया। यहां एक्सरे मशीन खराब है और कोई एक्सरे टेक्नीशियन भी नियुक्त नहीं है अल्ट्रासाउंड मशीन नहीं है यूरिन खून की सुविधा उपलब्ध है।

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