अम्बेडकरनगर: अधिवक्ता के निधन पर न्यायिक कार्य से विरत रहने को लेकर उच्च न्यायालय की तरफ से रोक लगाए जाने पर जनपद मुख्यालय सहित सभी तहसीलों के अधिवक्ताओं ने रोष व विरोध प्रकट कर कार्यों से विरत रहे और महामहिम को ज्ञापन भेजकर मौलिक अधिकार में हनन करने का प्रयास बताया।
राज्य विधिज्ञ परिषद उत्तर प्रदेश का आह्वान पर पूरे जनपद के अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को कार्य से विरत रहकर आक्रोश प्रकट क़िया।
जनपद मुख्यालय पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण दत्त मिश्र के नेतृत्व व सचिव विशाल कुमार के संचालन में बैठक कर कार्य से विरत रहने का फैसला किया।
टाण्डा अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष मो. मोकीम के नेतृत्व में एसडीएम न्यायिक डॉ शशि शेखर को महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन दिया।
अधिवक्ताओं ने उच्च न्यायालय की टिप्पणी पर नाराजगी प्रकट किया और कहा कि अधिवक्ता साथी की मृत्यु पर शोक संदेश व उसके अंतिम संस्कार में जाना अधिवक्ताओं का मौलिक अधिकार है और न्यायालय के कार्यों में विलंब होने का जिम्मेदार सिर्फ अधिवक्ताओं को ना ठहराया जाए बल्कि न्यायालयों में न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाई जाए जिससे वादकारियों को जल्द सुनवाई कर निर्णय दिया जा सके।