उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी व शहीद ब्रिगेडियर मो उस्मान से था मुख़्तार अंसारी का करीबी रिश्ता
गाज़ीपुर में जन्मे मुख्तार अंसारी को जहां कुछ लोग माफिया डॉन के नाम से जानते थे वहीं एक बड़ा तबका मुख्तार अंसारी को गरीबों का मसीहा कह कर पुकारता था।
मुख्तार अंसारी का जन्म गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में 30 जून 1963 को पैदा हुए थे। मुख्तार के पिता का नाम सुबहान उल्लाह अंसारी और मां का नाम बेगम राबिया था। गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान की है। 17 साल से ज्यादा समय से जेल में बंद मुख़्तार अंसारी के दादा डॉक्टर मुख़्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता सेनानी थे।
वो महात्मा गांधी जी के साथ काम करते हुए 1926 – 27 में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। मुख़्तार अंसारी के नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान को 1947 की लड़ाई में शहादत के लिए महावीर चक्र से नवाज़ा गया था। मुख्तार के पिता सुबहानउल्लाह अंसारी गाजीपुर में अपनी साफ सुधरी छवि के साथ राजनीति में सक्रिय रहे थे। भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी रिश्ते में मुख़्तार अंसारी के चाचा लगते थे।
बताते चलेंकि 63 वर्षीय मुख्तार अंसारी बांदा कारागार में बन्द थे एवं कई दिनों से उनका स्वास्थ्य खराब भी चल रहा है लेकिन 28 मार्च 2024 गुरुवार को वो अपनी बैरेक में बेहोश मिले तो जेल कर्मियों द्वारा उन्हें रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई। मेडिकल कालेज के डॉक्टरों ने हार्टफेल होने के कारण उनकी मृत्यु बताया।
मुख्तार अंसारी की मौत की खबर के बाद राजनीतिक चर्चाएं बढ़ गई तथा उनकी मौत पर सवाल भी उठने लगे हैं और उनकी मौत की न्यायिक जांच की मांग की जाने लगी है।