अम्बेडकरनगर (रिपोर्ट: आलम खान एडिटर) जिला मुख्यालय के भानमती स्मारक पीजी कालेज में रविवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की जनादेश महारैली में जहां सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेशा यादव ने विधायक राम अचल राजभर, विधायक लाल जी वर्मा अपने हज़ारों समर्थकों के साथ शामिल हुए वहीं कार्यक्रम में उपेक्षा का शिकार हुए मुस्लिम सपा नेताओं ने आगमी 12 नवम्बर को बैठक बुला लिया है जिससे पार्टी के अंदर हलचल मच गई है।
वरिष्ठ सपा नेता व जिला कमेटी के उपाध्यक्ष अनीसुर्रहमान अंसारी ने जनादेश महारैली के मंच पर मुस्लिम नेताओं को सम्मान ना मिलने से आक्रोश प्रकट करते हुए आगमी 12 नवम्बर को 12 बजे एवीरल पैलेस में मुस्लिम समुदाय की महत्वपूर्ण बैठक आहुति करने का एलान कर दिया है।
जनादेश महारैली के मुख्य मंच पर 42 लोगों के बैठने की सूची बनाई गई थी जिसमें नेता विरोधी दल अहमद हसन, पूर्व एमएलसी अतहर खां व वाराणसी के जावेद का ही नाम मौजूद था जबकि वरिष्ठ नेता नफीस सिद्दीकी, मोहम्मद एबाद, जिला महासचिव मुजीब अहमद सोनू, पूर्व विधायक पुत्र मुसाब अज़ीम, जिला उपाध्यक्ष अनीसुर्रहमान अंसारी, नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के अध्यक्ष पति व कद्दावर सपा नेता सैयद गौस अशरफ, पूर्व जिला महासचिव मोहम्मद अकमल जुगनू, पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव इंजीनियर एजाज अहमद अंसारी, पूर्व चेयरमैन जलालपुर अबु बशर अंसारी, युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव उसैद सिद्दीकी आदि को मंच पर जाने वाली सूची में कोई स्थान नहीं दिया गया हालांकि कई नेता अपनी गुणा गणित से मंच पर पहुंच गए। मंच पर सलीम नेताओं में अतहर खान, मोहम्मद एबाद, मुजीब अहमद सोनू, सैय्यद मकसूद अशरफ, सैय्यद गौस अशरफ, हामिद अंसारी नज़र आए।
जनादेश महारैली में मंच पर बैठने वालों की सूची में 42 नाम मौजूद था जिसमें नेता विरोधी दल सहित मात्र तीन मुस्लिम नाम था जिसमें नेता विरोधी दल अस्वस्थ होने के कारण नहीं आए थे जिनके स्थान पर उनके पुत्र हामिद हसन को जगह दी गई थी जबकि वाराणसी के मोहम्मद जावेद व जनपद के अतहर खान पूर्व एमएलसी को जगह मिली थी। सूची में नाम ना शामिल कर उपेक्षा का शिकार हुए मुस्लिम नेताओं में आक्रोश स्पष्ट नज़र आ रहा था जिसके कारण जिला उपाध्यक्ष अनीसुर्रहमान अंसारी ने मुस्लिम नेताओं की बैठक का एलान कर दिया है।