अम्बेडकरनगर: हज़रत सैय्यद गौहर अली शाह की दरगाह तकिया कश्मिरिया पर आज से चार दिवसीय वार्षिक उर्स की शुरुआत हो चुकी है। उर्स के दौरान ग़ुस्ल मुबारक, लंगर, संदल पोशी, महफ़िल-ए-शमा, गागर की रस्म, मिलाद, ख़िरका पोशी, तबर्रुकात-ए-गौहर का दर्शन आदि कार्यक्रम आयोजित होंगे।
बुनकर नगरी टाण्डा के कश्मिरिया चौराहा पर स्थित हज़रत सैय्यद ख़्वाजा दाता गौहर अली शाह चिश्ती की प्राचीन दरगाह तकिया पर चार दिवसीय 125 वां वार्षिक उर्स पूरी शान-व-शौकत के साथ शुक्रवार से शुरू हो गया है। शुक्रवार को नमाज़ मग़रिब के बाद ग़ुस्ल मज़ार शरीफ की रस्म के उपरांत भव्य लंगर-ए-आम (भण्डार) का आयोजन किया गया है जबकि शनिवार को अशर की नमाज़ के बाद संदल पोशी व मग़रिब बाद कुल शरीफ की रस्म होगी तथा ईशां की नमाज़ के उपरांत महफ़िल-ए-शाम (कव्वाली) का आयोजन किया जाएगा। रविवार को बाद नमाज़ मग़रिब गागर शरीफ व बाद नमाज़ ईशा मिलाद की भव्य महफ़िल सजाई जाएगी जिसमें मौलाना कारी मो.एहसान तिलावते कलाम पाक करेंगे जबकि मुख्य वक्ता दारुल उलूम मंज़रे हक के उस्ताद मौलाना शाहबाज़ अहमद मिस्बाही सहित मौलाना मुफ़्ती अख्तर हुसैन मिस्बाही, मौलाना वकील अहमद चिश्ती उमड़ी हुई भीड़ को सम्बोधित करेंगे। रविवार को आयोजित कार्यक्रम में अंजुमन सैदाये रसूल काजीपुरा व अकमल टाण्डवी नज़राने अक़ीदत पेश करेंगे। कार्यक्रम में हज़रत ईसा अली चिश्ती मलंग बाबा, मौलाना मो. अज़हर चिश्ती, मौलाना मसीहुज्जमा चिश्ती मुख्य रूप से शामिल होंगे। वार्षिक उर्स के अंतिम दिन सोमवार को बाद नमाज़ अशर सज्जादानशीन मौलाना महज़र अली शाह चिश्ती ख़िरका पोशी (विशेष वस्त्र धारण) की रस्म अदा करते हुए तबर्रुकात-ए-गौहर (प्राचीन वस्तुओं) का दर्शन सभी श्रद्धालुओं को कराएंगे।