अम्बेडकरनगर: लॉक डाउन के दौरान भीड़ लगाने एवं बिना आवश्यकता के सड़कों, गलियों व बाजारों में खड़े हो कर बातचीत करने वालों के खिलाफ पुलिस लगातार मुकदमा दर्ज कर रही है। टाण्डा व अलीगंज पुलिस कहीं ड्रोन कैमरा तो कहीं मोबाइलों से फ़ोटो निकलवा कर धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज कर रही है।
आपको बताते चलेंकि लॉक डाउन का सख्ती पालन कराने के लिए पुलिस ने पहले लाठियों का इस्तेमाल किया और उसके बाद बीच सड़क पर उठ्ठक बैठक करा कर वीडियों वायरल करना शुरू कर दिया लेकिन छज्जापुर के रिजवान की हुआ मौत पर लगे पुलिस की पिटाई के आरोप के बाद पुलिस ने अब मुकदम दर्ज करना शुरू कर दिया है। प्राप्त जारी के अनुसार लॉक डाउन के एक माह के दौरान नाम मात्र का ही मुकदमा दर्ज हुआ था लेकिन छज्जापुर की घटना के बाद अचानक दर्ज होने वाले मुकदमों में बाढ़ सी आ गई है। उक्त बात की पुष्टि करते हुए सीओ टाण्डा अमर बहादुर ने कहा कि पुलिस कदापि मुकदमा लिखना नहीं चाहती है लेकिन लॉक डाउन तोड़ने वालों को बख्सा भी हैं जा सकता है।
बिना मास्क घरों से निकलने, गलियों, सड़कों व दुकानों पर भीड़ लगाने, बिना कारण कहीं पर खड़े या बैठ कर बातें करने पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर रही है। कई स्थानों पर ड्रोन कैमरा की मदद ली जा रही है तो कई स्थानों पर मोबाइल से फ़ोटो खींचा जा रहा है लेकिन अधिकांश मामलों में पुलिस बिना फ़ोटो के ही मुकदमा दर्ज कर रही है। अधिवक्ताओं की माने तो मुकदमा दर्ज होने वालों को इसका गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ सकता है इसलिए प्रयास करें कि घरों में ही रहें जिससे मुकदमा में वांछित ना होने पाएं।
बहरहाल लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस समय-समय पर अपनी रणनीति बदलती रहती है, फिलहाल पुलिस प्रतिदिन दर्जनों मुकदमों में सैकड़ों लोगों को आरोपित करती नज़र आ रही है जिसका खामियाजा आम लोगों को बाद में भुगतना पड़ेगा।