जनपद व गैर जनपद के कई लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस के कर रही है जांच
अम्बेडकरनगर: जनपद में शिक्षा माफियाओं का एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है जिसपर पुलिस टीम ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
जी हाँ, हाईस्कूल व इंटर मीडिएट की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं में अवैध धाएँ के बदले नंबर बढ़वाने का काम जिले में काफी वर्षों से चलता चला आ रहा था लेकिन बिना सबूत के कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं था। उक्त मामले में शनिवार को अलीगंज पुलिस को अचानक बड़ी सफलता हाथ लग गई जिसकी विधिवत जांच पड़ताल जारी है। जानकारी के अनुसार महामाया मेडिकल कालेज के पास कार संख्या यूपी 07 टीबी 4803 में सवार चार संदिग्ध लोगों को अलीगंज पुलिस ने शक के आधार पर जब रोककर पूंछतांछ शुरू किया तो मामला की परत दर परत खुलती चली गई। ओला वाहन चालक सद्दाम पुत्र शकूर निवासी हरिद्वार सहित महेंद्र पुत्र राजा राम मुजफ्फरनगर, वामिक पुत्र निसार मुजफ्फरनगर व एक अन्य से पुलिस ने जब सख्ती से मामले की जानकारी प्राप्त किया तो पता चला ये सब लोग बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं में नम्बर बढ़वाने का रैकेट चलाते थे जिसमें जनपद के भी कई लोग शामिल हैं। हिरासत में लिए गए संदिग्ध लोगों की निशानदेही पर टाण्डा नगर के प्रसिद्ध कौमी इंटर कालेज के सेवानिवृत्त एक क्लर्क को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सभी लोगों से लगातार पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी, टाण्डा सर्किल ऑफिसर अमर बहादुर व स्वाट टीम के अधिकारी पूंछतांछ कर रहे हैं। मंगलवार को अलीगंज थाना पर पुलिस कप्तान श्री प्रियदर्शी ने सर्किल के थानाध्यक्षों की बैठक करने के बहाने शिक्षा माफियाओं से भी जमकर पूंछतांछ किया। पुलिस को उम्मीद है कि शिक्षा माफियाओं के बहुत बड़े रैकेट का जल्द पर्दाफाश हो सकता है हालांकि पुलिस उक्त प्रकरण पर फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं।
आपको बताते चलेंकि जनपद के कई विद्यालयों में गैर जनपदों से बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाएं जांच के लिए आती हैं और शिक्षा जगत से जुटे माफ़िया अपने जुगाड़ से पता कर कुछ शिक्षकों को पैसों का लालच देकर उनसे अपने सेंटरों की उत्तर पुस्तिकाओं में नंबरों को बढ़वाने में सफलता प्राप्त कर लेते हैं लेकिन पौलुस कप्तान आलोक प्रियदर्शी की सतर्कता व गैर जनपद से आने वाले वाहनों पर विशेष नज़र बनाने के निर्देश के कारण उत्तराखंड से आई कार व उसमे सवार शिक्षा माफियाओं के रैकेट पर पुलिस ने अपनी नज़र टेढ़ी कर दिया और सीओ टाण्डा अमर बहादुर की तेज निगरानी के कारण अलीगंज पुलिस ने शिक्षा रैकेट से जुटे लोगों को हिरासत में ले लिया।
बहरहाल शिक्षा माफियाओं के बड़े रैकेट का पुलिस शीघ्र बड़ा खुलासा कर जनपद के कई सफेदपोशों को भी बेनकाब कर सकती है।