नगर पालिका ईओ व चेयरमैन के बीच चल रही नूराकुश्ती के कारण कम्युनिटी किचन व वितरण व्यवस्था पर पड़ रहा है बुरा असर
अम्बेडकरनगर: कोविड-19 की महाजंग में हुए लॉक डाउन के दौरान कोई भी भूखा ना रहने पाए इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशानुसार जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र के निर्दर्श पर कम्युनिटी किचन की व्यवस्था शुरू की गई है लेकिन टाण्डा नगर पालिका परिषद द्वारा संचालित कम्युनिटी किचन व भोजन वितरण की बदहाल व्यवस्था शासन की मंशा को तार-तार करना नज़र आ रहा है।
टाण्डा नगर पालिका परिषद द्वारा नगर क्षेत्र के मीरानपुरा में स्थित रज़ा पार्क में संचालित कम्युनिटी किचन की व्यवस्था देख कर आपके होश उड़ जाएंगे। कोरोना वायरस की महाजंग के दौरान बने इस रसौइया में लगे कर्मचारियों के हाथों से ग्लब्स (दस्ताना) नदारत है और यही नहीं बल्कि सोशल डिस्टेंडिंग जैसे नियमों की जमकर धज्जियाँ भी उड़ाई जा रही है। भोजन पैकेट वितरण के दौरान भी किसी कर्मचारी या अधिकारी के हाथों पर ग्लब्स नज़र नहीं आता है। वितरण में प्रति दिन होने वाली देरी के कारण भीड़ जमा हो जाती है जिन्हें संभालने के लिए पुलिस तक को बुलाना पड़ता है। भोजन पैकेट वितरण का कोई निर्धारित समय व स्थान ना होने के कारण उहापोह की स्थिति बनी रहती है। सोमवार की रात्रि में 7:45 बजे तक भोजन वितरण नहीं शुरू किया गया जबकि लगभग डेढ़ सौ लोग कतारों में लगे रहे और भोजन वितरण के समय पैकेट कम देख भीड़ ने भोजन का पैकेट लेने के लिए धक्कामुक्की करना शुरू कर दिया जिस पर वितरण कर्मियों ने गेट बंद कर दिया लेकिन भीड़ पेट की आग बुझाने के सपनों को सजाए गेट के बाहर कतारों में खड़ी हो गई लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंडिंग की जमकर धज्जियाँ उड़ाई गई।
मौके पर पहुंचे कई सभासदों व समाजसेवियों ने भोजन बनाने एवं वितरण करने के सिस्टम पर उंगीलियाँ उठाते हुए शीघ्र कम्युनिटी किचन व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग किया।
भोजन पैकेट की आस में आये लोगों का कहना है कि भोजन पैकेट प्राप्त करना उनके लिए टेढ़ी खीर साबित होता है क्योंकि भोजन वितरण तो समय से शुरू नहीं होता है लेकिन दोपहर में 01 व रात्री में ठीक 09 बजे वितरण बन्द कर दिया जाता है और वितरण के दौरान प्रत्येक व्यक्तियों का एक-एक करके नाम, पिता का नाम व मोहल्लाह अंकित करने में काफी समय लगता है जिसके कारण काफी लोग बच जाते हैं और समय समाप्ति की बात करके वितरण कार्य बंद कर दिया जाता है।
पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष व सभासद पति दीपक केडिया ने कहा कि “टांडा में नपाप द्वारा माननीय मुख्यमंत्री महोदय के निर्देश पर चलाये जा रहे कम्यूनिटी किचेन की व्यवस्था देख कर देश के गुलामी के दौर के अंग्रेज अधिकारीयों की याद ताजा हो जाती हैं।”
आपको बताते चलेंकि टाण्डा नगर पालिका ईओ व चेयरमैन के मध्य चल रही नूराकुश्ती का पूरा असर कम्युनिटी किचन व भोजन पैकेट वितरण प्रणाली पर ओढ़ रहा है। भोजन वितरण में किसी सभासदों से सहायता तक नहीं ली जा रही है और ना ही सभासदों की बात सुनी जा रही है। जिस वार्ड में कम्युनिटी किचन बनाया गया है उसके सभासद तसलीम खान ने नगर पालिका ईओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब एओ कम्युनिटी किचन व वितरण व्यवस्था की जानकारी लेने के लिए रज़ा पार्क पहुंचे तो उन्हें टाण्डा नगर पालिका के ईओ मनोज कुमार सिंह ने भगा दिया। सभासद प्रबल देव उर्फ प्रिंस ने बताया कि उनके सामने भोजन वितरण कर रहे नवागत आर.आई ने मजबूर लोगों से अभद्रता किया जो काफी निंदनीय है।
सोमवार को भोजन वितरण के दौरान हुई अफरातफरी के बाद मौके पर मौजूद अधिकारियों की सूचना पर पहुँचे ईओ मनोज कुमार सिंह ने कई लोगों को बिना नाम लिखे ही भोजन वितरित किया और ठीक 09 बजे किचन व वितरण कार्य बंद करने का आदेश देते हुए चले गए जबकि दर्जनों लोग पेट की आग बुझाने की आस में गिड़गिड़ाते रहे हालांकि ईओ के जाने के बाद रसौइया संचालक ने चुपके से सभी को पैकेट वितरित किया।
शासन की मंशानुसार जहां जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी अभिषेक पाठक व तहसील प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है कि कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहने पाए वहीं नगर पालिका परिषद द्वारा शुरू की गई कम्युनिटी किचन की अवस्थाओं व वितरण कर थे अधिकारियों व कर्मचारियों के रवैय्ये को देख कर आंखों से आंसू छलक पड़ता है।