अम्बेडकरनगर: प्राचीन नगरी टाण्डा से होकर गुजरने वाली पवित्र माँ सरयू तट के किनारे स्थित मंदिर ट्रस्ट की भूमि को अवैध रूप से हस्तांतरित करने का मामला आज कल चर्चा का विषय बना हुआ है हालांकि खुफिया विभाग अपनी सक्रियता प्रदर्शित कर हालात पर लगातार नज़र बनाए हुए है लेकिन उक्त भूमि पर चल रहे निर्माण से समाज व स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार टाण्डा नगर क्षेत्र के चौक में स्थित पुराने रामलीला मैदान के समीप श्री ठाकुर जी सालिग्राम मंदिर ट्रस्ट की सवा छः बिस्वा भूमि है तथा उक्त मन्दिर ट्रस्ट से जुड़े तीन लोगों का स्वर्गवास हो चुका है जबकि दो लोग जीवित हैं। आरोप है कि मंदिर ट्रस्ट से जुड़े सुरेश कुमार भल्ला ने ट्रस्ट की डेढ़ बिस्वा से अधिक भूमि को दो स्थानीय लोगों को अवैध रूप से मोटी रकम लेकर सुपुर्द कर दिया है जिससे समाज के लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त हो गया। चर्चा है कि ट्रस्ट से जुड़े दूसरे सक्रिय सदस्य जगदीश प्रसाद खत्री ने जब ट्रस्ट की भूमि को अवैध रूप से दो लोगों को देने का आरोप लगाते हुए आपत्ति किया तो उन पर फ़र्ज़ी मुकदमा कराने की धमकी दे कर उनकी जुबान बन्द करा दी गई।
सूत्रों के अनुसार श्री ठाकुर जी सालिग्राम मंदिर ट्रस्ट की लगभग एक एक हज़ार वर्ग फ़ीट भूमि महेश चन्द्र अग्रवाल व राजेन्द्र अग्रवाल को मोटी रकम लेकर सुपुर्द कर दी गई है। उक्त ट्रस्ट की भूमि पर महेश अग्रवाल द्वारा निर्माण कार्य शुरू कराया गया था जिसे समाज से जुड़े लोगों की मौखिक शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने निर्माण कार्य तत्काल बन्द करवा दिया था लेकिन उक्त निर्माण कार्य को पुनः शुरू कराया गया है जिससे समाज में आक्रोश व्याप्त है। ट्रस्ट की भूमि को अवैध रूप से मोटी रकम लेकर दो सगे भाइयों को सौंपने से समाज मे आक्रोश को देखते हुए खुफिया विभाग काफी सतर्क नज़र आ रहा है। जानकारी के अनुसार ट्रस्ट के पांच सदस्य थे जिनमें से तीन सदस्यों का स्वर्गवास हो चुका है और दो सदस्य जीवित हैं लेकिन ट्रस्ट में सदस्यों की संख्या नाहन बढ़ाई गई तथा ट्रस्ट के सदस्य सुरेश कुमार भल्ला द्वारा अवैध रूप से ट्रस्ट की भूमि मोटी रकम के बदले राजेन्द्र अग्रवाल व महेश अग्रवाल के सुपुर्द कर दी गई जिसपर निर्माण कार्य शुरू होने ही ट्रस्ट के सदस्य जगदीश नारायण खत्री ने रोकने का प्रयास किया मगर उन्हें फ़र्ज़ी मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर चुप करा दिया गया मगर सामाजिक व स्थानीय लोगों में ट्रस्ट की भूमि को हस्तांतरित करने को लेकर काफी आक्रोश व्याप्त है।
बहरहाल श्री ठाकुर जी सालिग्राम मंदिर की भूमि ट्रस्ट के सदस्य द्वारा दो लोगों को मोटी रकम के बदले हस्तांतरण करने पर काफी आक्रोश है हालांकि उक्त भूमि और निर्माण कार्य बदस्तूर जारी है।