पैदल चल रहा मज़दूर तबका क्या देश को डाल रहा है खतरे में— टाण्डा व अकबरपुर भी पहुंचा जत्था

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अम्बेडकरनगर: एटा जिला में पैनल कास्टिंग का काम करने वाले गाजीपुर दुल्लापुर के आधा दर्जन से अधिक मज़दूरों को जब घर जाने का कोई रास्ता नहीं मिला तो उन लोगों ने पैदल ही अपना सफर शुरू कर दिया और कुछ इसी तरह से आजमगढ़ जनपद के एक दर्जन से अधिक मज़दूरों ने दिल्ली से अपना सफर शुरू कर दिया।
लॉक डाउन के दौरान आपमे घरों से दूर रहकर मज़दूरी करने वालों वालों के सामने बड़ी चुनौती बन गई। आमदनी बन्द हुई तो खाने पीने की मुश्किलें भी शुरू हो गई और घर जाने का सभी साधन भी बंद हो गया। गरीब परिवार के मज़दूरी ने बड़ा फैसला लेते हए अपना सफर पैदल ही शुरू कर दिया। एटा जिला में रह कर पैनल कास्टिंग का काम करने वाले गाजीपुर दुल्लापुर के अर्जुन यादव, राहुल यादव, प्रदीप यादव, सुभम यादव, अभिषेक यादव, अनिल यादव, सत्यम यादव भी पैदल चलते हुए फैज़ाबाद से बस्ती होते हुए शुक्रवार की देर रात्रि को बुनकर नगरी टाण्डा पहुंचे। पाँव में छाले पड़ चुके इन मज़दूरों के सामने खाने की बड़ी चुनौती रही। बुनकर नगरी टाण्डा पहुंचने से पहले सभी मज़दूरों ने हेल्प प्वाइंट एनजीओ के सदस्य संदीप जायसवाल से संपर्क किया तो उन्होंने पूरी मदद का आश्वासन देते हुए इसकी सूचना हेल्प प्वाइंट अध्यक्ष आलम खान सहित टाण्डा के सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी दिया। अलीगंज पहुंचने पर सामाजिक कार्यकर्ता ज़फ़र हयात व ज़फ़र इकबाल के आवास पर सभी को भोजन कराने के साथ हेल्प प्वाइंट एनजीओ की तरफ से सभी को मास्क व आर्थिक सहायता भेंट किया गया। नगर क्षेत्र में आधा दर्जन युवाओं के आने की सूचना पर एआईएमआईएम के प्रदेश सचिव इरफान पठान व नगर अध्यक्ष नबी अहमद को मिली तो उन लोगों ने भी आननफानन में भोजन तैयार करवा कर भेंट किया जिससे इन युवाओं को सफर में काम आए। दूसरी तरफ दिल्ली रह रहे आज़मगढ़ के एक दर्जन से अधिक मज़दूर तबके के लोगों को जब सूचना मिली कि आनन्द बिहार दिल्ली बस मिलने लगी है तो वो सब बस स्टेशन पहुंचे लेकिन ये मात्र अफवाह निकली तो उन लोगों ने भी अपना सफर पैदल ही शुरू कर दिया। मज़दूरों का ये जत्था जब अकबरपुर पहुंचे तो वहां पर लोगों का दिल पसीज गया और सभी को भोजन करा कर बिदा किया।
बहरहाल कोविड-19 की महाजंग में लॉक डाउन आवश्यक था लेकिन इस दौरान हज़ारों लाखों लोग देश के विभिन्न भागों में फंस गए जो किसी भी कीमत ओर अपने घर पहुंचने चाहते हैं और इस लिए पैदल ही सफर शुरू कर दिया हालांकि पैदल सफर देश को खतरे में डालने वाला है इसलिए प्रशासनिक अमला प्रयास कर रहा है कि लोग एक जगह से दूसरी जगह ना जाये जिससे कोरोना वायरस जैसी महामारी को शीघ्रता से रोका जा सके।

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