मुम्बई: नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ देश के विभिन्न क्षेत्रों में जबरदस्त प्रदर्शन जारी है। इसी क्रम में मुम्बई के भांडुप में भी ‘देश बचाओ, संविधान बचाओ’ रैली आयोजित हुई जिसमे हज़ारों की संख्या में लोगों ने पहुँच कर सीएए व एनआरसी के खिलाफ लोगों में अपनी नाराज़गी जाहिर किया। मुख्य रूप से इस रैली में पहुँचे मुस्लिम धर्म गुरु व विसज्व प्रख्यात दरगाह सूफी सॉययड मखदूम अशरफ किछौछा शरीफ के सज्जादानशीन मौलाना सैय्यद मोईनुद्दीन अशरफ उर्फ मोइन मियाँ ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब तक ये देश विरोधी, संविधान विरोधी व देश को धर्म के आधार पर तोड़ने वाला ये काला कानून वापस नहीं होता है तब तक पूरे देश शांति के साथ संविधान के दायरे में रह कर यह धरना विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इस काले कानून के खिलाफ हम अपनी नाराजगी जाहिर करते रहेंगे। रैली में पहुँचे भारत रत्न संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के पोते अधिवक्ता प्रकाशराव अम्बेडकर ने कहा कि सुनियोजित साज़िश के तहत संविधान विरोधियों का हिंदुराष्ट्र (मनुवाद) की तरफ पहला कदम है। श्री अम्बेडकर ने कहा कि हिन्दुस्तान के संविधान को बचाने व धर्म निरपेक्ष राष्ट्र बनाने के लिए हम सब को आगे आना होगा और ये लड़ाई लम्बी भी चलेगी। उन्हीने कहा कि जब तक देश विरोधी, संविधान विरोधी कानून वापस नहीं होता तब तक हमें लड़ाई लड़नी पड़ेगी। रज़ा अकेडमी के प्रमुख सईद नूरी ने सीएए और एनआरसी के ज़रिए मुस्लिमों व दलित समुदाय को दोयम दर्ज़े का नागरिक बनाकर मताधिकार छीन लेने व आरक्षण को समाप्त करने की साज़िश बताया। उक्त रैली में उमड़ी भीड़ ने सामूहिक रूप से भारतीय संविधान की प्रस्तावना भी तेज आवाज में पढ़ा तथा सीएए को वापस लेने तथा एनआरसी ना लागू करने की आवाज़ बुलंद किया।
आपको बताते चलेंकि नागरिकता संविधान कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में गत 50 दिन से अधिक समय से लगातार महिलाओं द्वारा धरना प्रदर्शन किया आज रहा है तथा ऐसी तरह उत्तर प्रदेश, बिहार आदि सहित कई प्रदेशों में लगातार प्रदर्शन जारी है। रूहानी इलाज ले लिए विश्व प्रसिद्ध दरगाह सूफी सैय्यद हज़रत मखदूम अशरफ जहांगीर सिमनानी के सज्जादानशीन अल्लामा मौलाना सैय्यद मोइनुद्दीन अशरफ़ उर्फ मोइन मियाँ ने स्पष्ट रूप से एलान कर दिया है कि जब तक देश को धर्म के आधार पर तोड़ने वाले कानून को वापस नहीं लिया जाता तब तक पूरे देश में प्रदर्शन होता रहेगा।